नई दिल्ली| राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा कि संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस किसी विधेयक को पारित होने में बाधक नहीं बनेगी और वह उस किसी भी विधेयक का समर्थन करेगी जो राष्ट्रहित में होगा। सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए आजाद ने बहुप्रतिक्षित वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विधेयक पर पार्टी का रुख स्पष्ट नहीं किया। सरकार की सोमवार से शुरू हो रहे इस सत्र की प्राथमिकता सूची में इस विधेयक को पारित कराना शीर्ष पर है।
आजाद ने कहा, “कांग्रेस उस किसी भी विधेयक का समर्थन करेगी जो देश, जनता और विकास के हित में है। हम लोग योग्यता के आधार पर विधेयक को पारित होने देंगे। हम लोग विधेयकों को पारित होने देने में बाधक नहीं बनते।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस जम्मू एवं कश्मीर के हालात का मुद्दा उठाएगी। उन्होंने विपक्षी दलों की राज्य सरकारों पर निशाना साधने को लेकर केंद्र की आलोचना की।
कांग्रेस नेता आजाद ने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति बहुत गंभीर मुद्दा है। संसद में इस पर हर हाल में चर्चा होनी चाहिए और सरकार को इसके लिए जवाबदेह होना चाहिए।”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि जीएसटी के मुद्दे का हल अकेले कांग्रेस और भाजपा के बीच नहीं निपट सकता।
उन्होंने कहा कि जहां तक जीएसटी विधेयक की बात है, यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिसे भाजपा और कांग्रेस आपस में सुलझा लें। मैं दो साल से सरकार से कह रहा हूं कि जीएसटी पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएं और आम सहमति बनाने के लिए हमारी चिंताएं सुनें।
जीएसटी विधेयक पारित कराने को इच्छुक सरकार ने विपक्षी दलों के नेताओं से सिलसिलेवार ढंग से कई बैठकें की हैं। इनमें वित्तमंत्री अरुण जेटली की आजाद और राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता आनंद शर्मा से गुरुवार को हुई बातचीत भी शामिल है।
अनंत कुमार के नए संसदीय कार्यमंत्री बनने के बाद यह संसद का पहला सत्र है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार को अपने प्रबंधन कौशल और विपक्ष के कई नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते के लिए जाना जाता है।
दूसरी सर्वदलीय बैठक रविवार की शाम लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बुलाई है।
(आईएएनएस)