लखनऊ। 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से आजाद समाज पार्टी के मुखिया और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने बुधवार को मुलाकात की है। लखनऊ के कांशीराम इको गार्डेन में सैकड़ों की संख्या में मौजूद अभ्यर्थियों से मुलाकात कर चंद्रशेखर आजाद ने उनकी लड़ाई को अपनी लड़ाई बताया है।
गौरतलब है कि 69,000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाले का आरोप लगा है। पिछले कई महीनों से अभ्यर्थी लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच वे सीएम आवास को भी कई बार घेरने का प्रयास कर चुके हैं। लेकिन, अभी तक सरकार की ओर से उन्हें कोई भी आश्वासन नहीं मिला है। जिसके कारण अभ्यर्थियों में रोष बढ़ता जा रहा है।
अभ्यर्थियों ने बयां किया दर्द
अभ्यर्थियों से बात करने पहुंचे चंद्रशेखर आजाद उनके साथ धरना स्थल पर ही बैठ गए। इस दौरान अभ्यर्थियों ने उनसे अपना दर्द बयां किया। चंद्रशेखर को अभ्यर्थियों ने कागजात और पुराने आदेश भी पढ़कर सुनाए।
साथ ही एनआईसी की रिपोर्ट भी चंद्रशेखर से साझा की है। अभ्यर्थियों ने बताया कि सरकार ने उनके साथ बुरा सलूक किया है। पहले तो आरक्षण में खेल किया और अब हमारी मांगों को सुनने को तैयार नहीं हैं। अभ्यर्थियों ने बताया कि अधिकारियों ने बदतमीजी से बात की है।
अभ्यर्थियों ने कहा कि हमारे उपर लाठीचार्ज भी हो चुका है। लेकिन, अब इस मार से हमारा डर और खत्म हो गया है। हम सरकार से अपने हक के लिए लड़ेंगे। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि हमारे उपर जो अत्याचार हुआ है, उसका बदला चुनाव में लिया जाएगा।
चंद्रशेखर बोले हम उठाएंगे आवाज
चंद्रशेखर आजाद ने अभ्यर्थियों से बात करते हुए कहा कि यहां पर बैठे गरीब परिवारों के लोग हैं। हम आपकी आवाज उठाएंगे। चंद्रशेखर ने भरोसा दिया कि जब भी अभ्यर्थियों को उनकी जरूरत महसूस होगी, वे वहां पर हाजिर होंगे।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पिछले वर्ग के लोगों को मंत्री तो बना दिया है लेकिन समाज के लोगों के अधिकार छिन लिए। उन्होंने कहा कि आरक्षण हमारा अधिकार है और इसे हम किसी भी शर्त पर नहीं छोड़ेंगे।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि युवाओं, दलितों-पिछड़ों के उपर हुए अत्याचार का बदला लिया जाएगा। हमारा संविधान पर पूरा भरोसा है। हम संवैधानिक रूप से लड़कर इन लड़ाइयों को जीतेंगे।
चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार चाहती है कि दलित और पिछड़े जाकर मजदूरी करें, उनके गुलाम बने रहें। लेकिन, समय बदल गया है। अब किसान का बेटा अफसर बनेगा। आरक्षण उसका आधार होगा। इस मुद्दे पर आजाद समाज पार्टी हमेशा सबसे आगे रहेगी।
चंद्रशेखर ने पहले ही किया था ऐलान
चंद्रशेखर आजाद ने पहले ही ऐलान किया था कि वे 21 जुलाई को 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा है कि आरक्षण के साथ हम किसी भी तरीके से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। उन्होंने इस दौरान अभ्यर्थियों से ज्ञापन भी लिया।
ये है मुद्दा
अभ्यर्थियों का आरोप है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को 27 फीसदी की जगह मात्र 3.86 फीसदी ही आरक्षण दिया गया है। वहीं अनुसूचित जाति को 21 फीसदी की जगह 16.6 फीसदी ही आरक्षण दिया गया है।