उत्तराखंड

चारधाम यात्रा के दौरान कॉल ड्रॉप के होंगे शिकार, संचार सेवा हुई ध्वस्त, पीएम तक पहुंची शिकायत

mobile signal tower mobile चारधाम यात्रा के दौरान कॉल ड्रॉप के होंगे शिकार, संचार सेवा हुई ध्वस्त, पीएम तक पहुंची शिकायत

रुद्रप्रयाग। बीएसएनएल की मोबाइल और ब्राडबैंड सेवा उपभोक्ताओं के लिए परेशानी बन रही हैं। एक ओर मोबाइल पर कॉल ड्रॉपिंग की समस्या तो दूसरी ओर इंटरनेट के क्षेत्र में ब्राडबैंड सेवा घंटों बाधित हो रही है। इस वजह से यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
मुख्यालय सहित जिले की केदारघाटी में मोबाइल और ब्राडबैंड सेवा लोगों की दिक्कतें बढ़ा रही है। केदारनाथ में तो कई बार बात करते-करते आवाज गुल होना नई बात नहीं है।

कॉल ड्रॉपिंग की समस्या स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थयात्रियों के लिए भी परेशानी का कारण बन रहा है। लोग अपने परिजनों से भी बात नहीं कर पा रहे हैं। जबकि मुसीबत में भी फोन काम नहीं आ रहे हैं। इधर मुख्यालय में ब्राडबैंड सेवा कुछ समय ठीक तो घंटों खराब हो रही है इससे उपभोक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बीएसएनएल से शीघ्र सेवा को बेहतर करने की मांग की है।

गंगोत्री और यमुनोत्री में संचार सेवा ठप

चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम की यात्रा संचार सेवाओं की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यात्रा के मुख्य पड़ाव सहित दोनों धामों में आये दिन संचार सेवायें बाधित होने के कारण यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
गत सात मई को अक्षय तृतीय पर विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट देश-विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। लेकिन यात्रा प्रारंभ के 15 दिन बाद भी दोनों धामों में संचार सेवायें पूरी तरह बहाल नहीं हो पाई है।

यात्रा के प्रथम पड़ाव यमुनोत्री धाम में संचार सेवायें अभी तक सुचारू नहीं हो पाई है। स्थित यह है कि जानकी चट्टी से आगे तीन किमी की पैदल दूरी तय करने के बाद सभी मोबाइल नेटवर्क ठप हैं। जिससे यात्रियों का संपर्क एक दूसरे कट जाता है। वहीं दूसरी ओर गंगोत्री धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को भी संचार सेवा की बदहाली के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है।

स्थिति यह है कि यात्रा के प्रमुख पड़ाव भटवाड़ी से गंगनानी, गंगनानी से सोनगाड, सोनगाड से सुक्की, हर्षिल से गंगोत्री तक संचार सेवा से जूझना पड़ रहा है। वहीं गंगोत्री धाम की बात करें तो यात्रा के 15 दिन बाद इंटरनेट की सुविधा सुचारू नहीं हो पाई है। जिससे गंगोत्री मंदिर के तीर्थ पुरोहितों तथा यात्रा पर आने श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि कई बार जिला प्रशासन को अवगत कराया गया। लेकिन उसके बाद भी प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

पीएम तक पहुंचाई बीएसएनएल की शिकायत

बीएसएनएल की खस्ताहाल व्यवस्था की शिकायत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहुंच गयी है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने पीएम मोदी के बदरीनाथ दौरे के अवसर पर बीएसएनएल की हालत के बारे में बताया। बदरीनाथ के कपाट खुले 20 दिन हो गए हैं, लेकिन बीएसएनएल की संचार व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। हर दिन हजारों तीर्थयात्री यहां आ रहे हैं।
वे परिजनों को बात करना चाहते हैं, लेकिन नेटवर्क कम होने के कारण फोन से बात नहीं हो पा रही है। जबकि बीएसएनएल के कर्मचारियों का कहना है कि यहां पर कम क्षमता का टावर है। लोगों की संख्या बढ़ने पर ज्यादा परेशानी होती है। इधर, जिले के कई इलाकों में भी संचार व्यवस्था ठीक न होने, इंटरनेट बाधित होने से कई सरकारी योजनाओं के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। तहसीलों मे प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। पोस्ट आफिस में भी नेटवर्क न होने से भी हर दिन परेशानी हो रही है।

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