बाड़मेर। बाड़मेर में भारतीय सेना की दक्षिण कमान का युद्धाभ्यास ”हमेशा विजयी” की समीक्षा करने पहुंचे सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तानी सेना कार्रवाई कर रही है, उसको देखकर बिल्कुल नहीं लगता कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने हाल ही में भारत के साथ शांति वार्ता में सहयोग की बात की थी, लेकिन पाकिस्तानी सेना की हरकते क्षेत्र में शांति कामय करने वाली बिल्कुल भी नहीं है। पाकिस्तान-चीन कोरिडोर को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि इस दिशा में भारत कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, भारत भी लगातार अपनी उपस्थिति और गतिविधिया बढ़ा रहा है। रावत ने कहा कि हर देश अपनी सुरक्षा जरूरतों के हिसाब से कार्रवाई करता है और भारत भी ऐसा ही कर रहा है।
असाल्ट राइफल को लेकर रावत ने कहा कि इस संबध में सरकार की मंजूरी मिल चुकी है और अभी ये परीक्षण अवधि में है। परीक्षण अवधि पूरी होने के बाद इसे सेना में शामिल कर दिया जाएगा। सरहद पार चल रहे युद्धाभ्यास और दक्षिणी कमान के युद्धाभ्यास की तुलना से जुड़े एक सवाल पर सेनाध्यक्ष रावत ने कहा कि इस युद्धाभ्यास का सरहद पार की गतिविधियों से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे युद्धाभ्यास अपनी प्रशिक्षण प्रणाली को जाचंने के लिए आयोजित किए जाते हैं। गौरतलब है कि सेना की दक्षिणी कमान रेगिस्तान में किए जाने वाले युद्धाभ्यास को शुक्रवार को सफलता पूर्वक पूरा किया है।