पटना। देश की राजनीति में आए दिन उतार-चढ़ाव आता रहता है। राजनीतिक पार्टियों की हलचलें उस समय ज्यादा तेज हो जाती हैं, जब किसी राज्य में चुनाव होने होते हैं। लेकिन राजनीति में कब तख्ता-पलट हो जाए, ये किसी को नहीं पता है। ऐसा ही कुछ अरूणाचल प्रदेश में देखने को मिला है, जहां जेडीयू के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। जिसको लेकर भाजपा और जेडीयू एकदम शांत हो गई है। जेडीयू का कहना है कि इस बात पर बिहार की राजनीति में कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं आज राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सासंद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार के अंदर बीजेपी-जेडीयू का गठबंधन अटूट है। अरुणाचल में जो हुआ उसका असर बिहार के गठबंधन पर नहीं होगा।
बिहार में बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है-
बता दें कि पिछले साल अप्रैल माह में सम्पन्न हुए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 15 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन अब इन सात विधायकों में से 6 भाजपा में शामिल हो गए हैं। गौरतलब है कि 60 विधानसभा सीटों वाले अरुणाचल प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह विधायकों को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराने के बाद बिहार में बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। इसका जिम्मा खुद राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सासंद सुशील कुमार मोदी ने उठा लिया है। सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू के लोगों ने कहा है कि अरुणाचल में जो हुआ उसका असर बिहार के गठबंधन पर नहीं होगा। बिहार के अंदर भाजपा-जदयू का गठबंधन अटूट है। पूरे पांच साल नीतीश जी के नेतृत्व में सरकार काम करेगी।