कोलकाता। जैसा कि सभी जानते हैं कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को करीब दो महीने हो चुके हैं। जिसके चलते गणतंत्र दिवस के मौके पर भी किसान संगठनों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया था। जिसके चलते ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा भड़क उठी। ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भी हानि पहुंचाई। इसके साथ ही अब कृषि कानूनों को लेकर पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है। इसके साथ ही प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र को तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए।
प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा में हुआ भारी हंगामा-
बता दें कि श्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है। आज सदन में संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। जिसके बाद बीजेपी के विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा के नेतृत्व में पार्टी के विधायक सदन में बेल में पहुंच गए और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार कानूनों के खिलाफ भ्रामक अभियान चला रही है। जिसके बाद बीजेपी के विधायक जय श्री राम का नारा लगाते हुए सदन से बाहर चले गए। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं। हम इन्हें तुरंत वापस लिए जाने की मांग करते हैं। केंद्र को या तो तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए या सत्ता से हट जाना चाहिए।
हम किसानों को गद्दार बताया जाना बर्दाश्त नहीं करेंगे- ममता
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस को दोष देना चाहिए। दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी, यह खुफिया तंत्र की नाकामी है। हम किसानों को गद्दार बताया जाना बर्दाश्त नहीं करेंगे। वे इस देश की संपत्ति हैं।