नई दिल्ली। साल 2007 में हुए मक्का मस्जिद ब्लास्ट के आरोपी असीमानंद को हैदराबाद की एक अदालत के गुरूवार को जमानत दे दी है। आज असीमानंद जेल से बाहर आ जाएंगें। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को असीमानंद को मिली बेल की कॉपी शुक्रवार को मिलेगी, जिसके बाद ही यह फैसला किया जाएगा कि असीमानंद की बेल को चैलेंज किया जाना है या नहीं।
एजेंसी ने 2007 के समझौता ट्रेन ब्लास्ट केस पर बेल का विरोध नहीं किया था। असीमानंद समझौत ट्रेन ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों में से एक माना है। बात दें कि इस मामले में साल 2014 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को पहले ही जमानत दे चुका है।
गौरतलब है कि असीमानंद का नाम देश के तीन प्रमुख ब्लास्ट केस में भी सामने आया था। वहीं अजमेर ब्लास्ट केस में भी असीमानंद को जमानत मिल चुकी है।
कब हुआ थ मक्का विस्फोट
18 मई, 2007 को हैदराबाद के पुराने इलाके में स्थित मक्का मस्जिद के पास जुमे की नमाज के दौरान एक विस्फोट हुआ था, इस हादसे में 16 से ज्यादा लोगों को मौत हो गई थी। जबकि कई लोग घायल हो गए थे।
कौन हैं असीमानंद?
असीमानंद का असली नाम नभकुमार सरकार है और वो पश्चिम बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे है। स्वामी असीमानंद पर अजमेर दरगाह समेत विभिन्न स्थानों पर हुए विस्फोटों की योजना बनाने और इसे अंजाम देने का आरोप लगा था।