भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सौरव गांगुली के राजनीति में आने की फुसफूसाहट गलियारों मं चल रही है. दरअसल, 27 दिसंबर को बीसीसीआई के प्रमुख पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मिले. जिसके बाद अब उनके राजनीति में आने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. लेकिन फिलहाल इसे एक व्यक्तिगत मुलाकात ही कहा जा रहा है.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी पार्टियां जोरों-शोरों से तैयारियों में जुटी हुई हैं. वहीं पार्टियों में दल-बदल का सिलसिला भी जारी है. रविवार को सौरव राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिलने के लिये राजभवन पहुंचे और इससे उन्होंने सबको हैरान कर दिया. डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद सौरव बाहर आए और मीडिया से कहा- हां, मैं माननीय राज्यपाल से मिला था. यह एक शिष्टाचार भेंट थी. सौरव ने कहा कि उन्होंने कभी ईडन गार्डन नहीं देखा तो अलगे हफ्ते सौरव ने उन्हें ईडन गार्डन्स में ले जाने का फैसला किया है.
डेढ़ घंटा चली मुलाकात
हालांकि, राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि राज्यपाल के साथ डेढ़ घंटे लंबी बैठक केवल ईडन गार्डन्स का दौरा करने के बारे में नहीं हो सकती, लेकिन निश्चित रूप से यह ‘शिष्टाचार भेंट’ से परे थी. हालांकि राजभवन की उनकी यात्रा पर अटकलें या टिप्पणी करना थोड़ा जल्दबाजी होगी, अगर हम 2019 अक्टूबर में पीछे मुड़कर देखें तो सौरव सुर्खियों में आ गए थे, क्योंकि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ संक्षिप्त बैठक के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड या बीसीसीआई का प्रमुख बनाया गया था.