नई दिल्ली। एक बटन क्लिक करने पर दुनिया की सभी जानकारी देने वाले गूगल, याहू जैसे सर्च इंजन और माइक्रोसॉफ्ट की कड़ी आलोचना देश की सबसे बड़ी अदालत ने की है। इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि वो तुंरत अपने यहां एक्सपर्ट पैनल बनाएं और सेक्स डिटरमिनेशन इंडीकेट करने वाले की-वर्ड्स को ब्लॉक करें।
जानकारी के मुताबिक जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने कहा, कि वो उनके खिलाफ कोई अवमानना कार्यवाई शुरु नहीं करेगी लेकिन इतना जरुर चाहते है कि तीनों कंपनियां लिंग जांच को प्रतिबंधित करने से जुड़े कानूनों के प्रति जवाबदेह बनें। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि जब दूसरे देशों में ये कंटेटे बैन है तो भारत से क्यों नहीं हो सकता?
हालांकि कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद सभी कंपनियों के वकीलों ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि वो हर हाल में भारतीय कानून का सम्मान और पालन करते रहेंगे। साथ ही गूगल ने कहा कि वो पहले ही काफी आपत्तिजनक सामग्री हटा चुका है।
फिलहाल इस मामले की अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी। इससे पहले भी कोर्ट तीनों इंटरनेट कंपनियों को कई बार फटकार लगा चुका है और ऐसी सामग्री हटाने के निर्देश दे चुका है।