हरदोई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का हरदोई में दिया गया दाल में नामक की तरह खाने वाला बयान अब सरकारी तंत्र के रंग चढ़ने लगा है। जिसकी बीजेपी विधायक ने धरने का सहारा लेकर पोल खोली है। सत्ता सरकार के मजबूर लाचार विधायक कोतवाल के भ्रस्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं।
विधानसभा 2017 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में 14 साल का वनवास काटने के बाद बीजेपी ने पहली बार प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई है। जिसमे देश के पीएम मोदी के चेहरे पर व् उनके भ्रस्टाचार खात्मे की मुहीम अपनी लड़ाई समझ कर जनता ने भरपूर समर्थन दिया और यूपी में प्रचंड बहुमत की सरकार बनी जिसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने हैं। कुर्सी पर काबिज होते ही सीएम योगी ने भ्रस्टाचायर खात्मे की बात कही थी और भ्रस्टाचार अफसरों पर ऐतिहासिक कार्रवाई करने का जनता से ऐसे कई वादे किए थे। लेकिन अभी सरकार के 6 माहिने में ही जनता के सामने मुश्किलों के अम्बार खड़े होने शुरू हो गए हैं। चाहे वह सुरक्षा व्यवस्था की बात हो या फिर भ्रष्टाचार की। कहीं भी किसी भी ऑफिस में बिना घूस के जनता का हरदोई जनपद में कोई काम नहीं हो रहा है। उसी को लेकर खुद धरने पर बैठकर सत्ताधारी विधायक ने पोल खोल दी और खाकी के बड़े कारनामों का पर्दाफाश कर दिया।
हरदोई जनपद की सण्डीला विधानसभा से बीजेपी का परचम लहराने वाले विधायक राज कुमार अग्रवाल पुलिस की कार्यशैली को लेकर आज कोतवाली के सामने ही अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं। विधायक राज कुमार अग्रवाल राजिया ने सण्डीला कोतवाल पर आरोप लगाया है, कि वो न तो CUG नम्बर पर काल उठाते है और न ही कस्बे में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम कस पा रहे हैं। सिर्फ कस्बे वासियों से अवैध वसूली पुलिस जोरों से करती रहती है। जिस बात को लेकर कई बार शासन स्तर पर भी कोतवाली पुलिस की शिकायत की गई। मगर फिर भी पुलिस दुश्मनों जैसा व्यवहार सण्डीला वासियों से करती चली आ रही है। जिसको लेकर आज विधायक राज कुमार अग्रवाल राजिया खुद पुलिस के खिलाफ कोतवाली के सामने धरने पर बैठ गए। इस बात की सूचना जैसे ही मुख्यालय पर पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को मिली तो सभी अधिकारी विधायक राज कुमार अग्रवाल को मानने में जुट गए। लेकिन विधायक जी ने पुलिस विभाग के आलाधिकारियों की एक न सुनी और वो कोतवाली पुलिस के उपर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर डटे रहे। सत्ताधारी लाचार विधायक की जुबानी।
फिलहाल हरदोई का प्रसासन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के इशारे को खूब समझ गया है। जब प्रदेश के डिप्टी सीएम ने ही उन्हें दाल में नमक बराबर खाने की छुट दे दी फिर तो उन्हें किसका डर है। जिसके चलते नेताओं व आम जनमानसों के सामने मुश्किलों का अम्बार खड़ा होना शुरू हो गया। विधायक जी के धरने को लेकर आम जनमानस में हलचल जरूर मची हुई है, जब विधायक के आरोपों व धरने पर बैठने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। भर्ष्टाचार में लिप्त अफसर आम जनता की क्या सुनेंगे और उन्हें कितना न्याय दिला पाएंगे। धरने पर बैठे बीजेपी विधायक का मिश्रिख से लोकसभा सांसद अंजुबाला ने समर्थन किया और विधायक की मांग को जायज ठहराते हुए खुद भी धरने पर बैठ गई।