सीमा पर भारत और चीन के बीच लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हालाकि अधिकारियों के द्वारा बातचीत करके मामले को निबटाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन चीन की मनमानी को देखकर नहीं लगता वो बातों से मानने वाला है। इस बीच बीजेपी के मंत्री ने चीन को रामायण भेजकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रामायण भेज कर विस्तारवादी नीति का आइना दिखाया है। महाराज ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति को रामायण का अध्ययन कर सद् शिक्षा लेनी चाहिए। विस्तारवादी नीतियों के कारण ही दशानन का पतन हुआ था। उन्होंने कहा कि वह चीन के राष्ट्रपति को बताना चाहते हैं कि विस्तारवादी व्यक्ति अथवा देश कभी पनपते नहीं हैं। कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि वह आशा करते हैं कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग रामायण से शिक्षा लेकर रावण की विस्तारवादी सोच से हुए उसके पतन से कुछ सबक लेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत कभी भी विस्तारवादी सोच नहीं रखता है। भारत ने बांग्लादेश को जीतने के बावजूद उस पर अपना अधिकार छोड़ दिया, जबकि चीन का रवैया शुरू से ही विस्तारवाद का रहा है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चीन ने बीते दिनों जिस तरह का रवैया अपनाया है वह निंदनीय है। रामायण पढ़कर चीन को अपनी सोच को सुधारना चाहिए। भारत हमेशा शांति की बात करता है। लेकिन देश की रक्षा के लिए ये रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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इस तरह उन्होंने चीन को समझाने की कोशिश की है कि, अभी भी वक्त है सुधर जाएं वरना चीन का अंत भी वैसे ही होगा जैसे रावण का हुआ था।