बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के एक गांव से हिंदू परिवारों के पलायन करने का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस द्वारा पूजा स्थल से लाउडस्पीकर हटाने के कारण हिंदू परिवारों ने गांव छोड़ने का निर्णय लिया है। लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि इन लोगों ने हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया है, जबकि पुलिस के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं है लाउडस्पीकर को नियम के अनुरुप हटाया गया है।
दरअसल बिजनौर के गारवपुर गांव से ग्रामीण बैलगाड़ियों और ट्रैक्टर से कई घरों का सामना गांव से बाहर ले जे रहे हैं। यहीं नहीं घरों की दीवारों पर मकान बिकाऊ है लिख दिया गया है। गांव छोड़ रह हिंदू परिवारों का कहना है कि अब वे सब यहां से पलायन कर रहे हैं क्योंकि उनकी यहां कोई सुनने वाला नहीं है। लोगों का आरोप है कि हिंदू पूजा स्थल से प्रशासन ने लाउडस्पीकर हटा लिया है, जबकि मस्जिद में लाइडस्पीकर लगा हुआ है। पुलिस हमारे साथ सौतेला व्यहवार कर रही है।
आपतो बता दें कि गारवपुर गांव की आबादी करीब 4 हजार है, जिसमें हिंदू महज 500 हैं और मुसलमानों की आबादी साढ़े तीन हजार है। पलायन करने वाले लोगों का कहना है कि पुलिस ने छह दिन पहले मंदिर से लाउडस्पीकर उतरवाने में एकपक्षीय कार्रवाई की है। इसके एवज में गांव के हिंदुओं ने पलायन शुरू कर दिया है और अपने-अपने घरों पर मकान बिकाऊ है लिख दिया है। गांव से पलायन करने वाले परिवारों का यहां तक कहना है कि सबकुछ पुलिस और प्रशासन की जानकारी में हो रहा है और जिले के पुलिस कप्तान नियमों का हवाला दे रहे हैं।