नई दिल्ली। अमित शाह द्वारा की गई प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा NDA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे रामनाथ कोविंद।
जानिए कौन है रामनाथ कोविंद
कोविंद का जन्म 1अक्टूबर 1945 में उत्तर प्रदेश के कानपुर के परौंख गांव में हुआ था, कोविंद उत्तर कोरी(कोली) जाति के है। कोविंद ने वकालत की उपाधि लेने के बाद दिल्ली के उच्च न्यायालय में वकालत शुरु कर दी थी। जिसके बाद 1977 से 1979 तक दिल्ली के हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील भी रहे है। राम नाथ कोविंद को 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल पद पर नियुक्ति हुई थी। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद अमित शाह ने कोविंद के नाम का ऐलान किया है। कोविंद ने वर्ष 1991 भारतीय जनता पार्टी सम्मिलित हुए थे,जिसके बाद कोविंद लगातार 12 वर्षों तक राज्य सभा के सदस्य बने रहे। कोविंद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे है,वह भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष भी रहे, वर्ष १९८६ में दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्युरो के महामंत्री भी रहे।
शाह ने की कोविंद की प्रशंसा
रामनाथ कोविंद की प्रशंसा करते हुए अमित शाह ने कहा की वो एक दलित हैं और संघर्ष करने वाले व्यक्ति है। वर्तमान में बिहार राज्य के गवर्नर के रूप में अभी काम कर रहे हैं। रामनाथ जी हमेशा से समाज, गरीबों, पिछड़ों, दलितों के साथ जुड़े रहे हैं और एक गरीब के घर में जन्म लेकर संघर्ष कर इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचे हैं इसलिए हमने आज उनका नाम तय किया है। रामनाथ कोविंद जी संघर्ष करने वाले व्यक्ति है।
राष्ट्रपति के उम्मीदवार की दौड़ में नहीं है सुषमा स्वराज
इसके पहले सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया की राष्ट्रपति पद के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नाम पर एनडीए में सहमति बन गयी है और एनडीए की तरफ से सुषमा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हो सकती हैं. हालांकि, सुषमा ने मीडिया की इस चर्चा को खारिज कर दिया की वह राष्ट्रपति पद की दौड़ में हैं। सुषमा ने खुद कह दिया की वो राष्ट्रपति की दौड़ में नहीं है।
नीतीश कुमार पहुंचे रामनाथ से मिलने
अमित शाह द्वारा जैसे ही nda की तरफ से रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किया जिसके बाद ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रामनाथ से मिलने पहुंचे और जिसके बाद उन्होंने सहमति जताई है।
विपक्ष का पलटवार
विपक्ष भी दलित के बदले दलित वाली योजना बना रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है की विपक्ष भी दलित उम्मीदवार को ही लेकर आयेगा।