नई दिल्ली। भगवत गीता हिंदू धर्म के लिए काफी महत्व रखती है। और भगवत गीता के विचार इंसान के अंदर एक नया जोश और नई हिम्मत भर देते हैं।श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है आज हम आपको भगवत गीता के कुछ अनमोल विचारो को सुनाने वाले हैं जो आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।
भगवद गीता के अनमोल विचार
1.सबसे पहला क्रोध से भ्रम पैदा होता है। भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है। जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है। जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।
2.भगवान या परमात्मा की शांति उनके साथ होती है जिसके मन और आत्मा में एकता/सामंजस्य हो, जो इच्छा और क्रोध से मुक्त हो, जो अपने स्वयं/खुद के आत्मा को सही मायने में जानते हों।
3.व्यक्ति जो चाहे बन सकता है यदी वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे।
4.वह जो सभी इच्छाएं त्याग देता है और “मैं ” और “मेरा ” की लालसा और भावना से मुक्त हो जाता है उसे शांती प्राप्त होती है।
5.अपने कर्म पर अपना दिल लगायें, ना की उसके फल पर।
6. स्वार्थ से भरा हुआ कार्य इस दुनिया को कैद में रख देगा। अपने जीवन से स्वार्थ को दूर रखें, बिना किसी व्यक्तिगत लाभ के।
7.ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के दीमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए।
8.जो कोई भी जिस किसी भी देवता की पूजा विश्वास के साथ करने की इच्छा रखता है, मैं उसका विश्वास उसी देवता में दृढ कर देता हूँ।
9.बुद्धिमान अपनी चेतना को एकजुट करना चाहिए और फल के लिए इच्छा/लगाव छोड़ देना चाहिए।
10.हमारी गलती अंतिम वास्तविकता के लिए यह ले जा रहा है, जैसे सपने देखने वाला यह सोचता है की उसके सपने के अलावा और कुछ भी सत्य नहीं है।
ये थे भगवत गीता के 10अनमोल विचार जिसे अगर आप अपना लेते हैं तो आपके जीवन में काफी बदलाव ला सकता है।