- भारत खबर || नई दिल्ली
कृषि कानून के विरोध को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह Bhagat Singh की 113वीं जयंती पर धरने का ऐलान किया है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के विरोध के लिए आज भगत सिंह की जयंती का ही दिन चुना है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आज Bhagat Singh के जन्मस्थान पर धरना देंगे। बताते चलें कि भगत सिंह Bhagat Singh का जन्मस्थान पंजाब के खटकर कलां में स्थित है।
हाल ही में संसद से पास हुए कृषि बिलों को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्ण रूप से मंजूरी दे दी है। कृषि बिलों को मंजूरी मिलते ही पंजाब की राजनीति में एक नया उबाल आया है। इन दिनों पंजाब की राजनीति में बेहद गर्मी का माहौल है। इस मुद्दे को लेकर अन्य राजनीतिक दलों ने अपने राजनीतिक षड्यंत्र रचने चालू कर दिए हैं। किसानों को भड़काने का कार्य भी शुरू कर दिया है।
इसी के साथ साथ कांग्रेस पार्टी ने किसानों को भड़का कर उनके साथ कृषि कानून के विरोध का ऐलान किया है। कांग्रेस पार्टी के समर्थन में किसानों के संगठन ने अन्य जगहों पर रेल रोको आंदोलन चालू कर दिए हैं। जिससे राज्य में बेहद गहमागहमी का माहौल व्याप्त हो गया है।
बताते चलें कि कांग्रेस पार्टी के समर्थन में किसानों ने आज भगत सिंह Bhagat Singh के जन्म स्थान पर धरना देने का ऐलान किया है। भगत सिंह के जन्म स्थल पर जाकर आज असंख्य किसान कृषि कानून का पूर्ण रूप से विरोध करेंगे। संसद द्वारा पास किए गए कृषि बिलों को लेकर पंजाब की राजनीति में अन्य दलों को एक विशेष मुद्दा मिल गया है। इस पर अन्य दल अपना राजनीतिक षड्यंत्र आजमाने के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि कृषि बिल के विरोध में केंद्र सरकार के मंत्री हरसिमरत कौर पहले से त्यागपत्र सौंप चुकी हैं और अब अन्य दल अपना संगठन एकत्रित करने में लगे हुए हैं।