रामपुर। अलवर में गो-तस्कर के शक पर एक व्यक्ति की जान चली गई। जिसके बाद इस मुद्दे की गूंज राज्यसभा में भी सुनाई दी। लेकिन अब इस मुद्दे को और हवा देते हुए सपा नेता आजम खान ने शंकराचार्य द्वारा भेट की गई गाय को वापस भेज दिया है। खान का कहना है कि मौजूदा हालात में गोरक्षक दल किसी मुसलमान के पास गाय को देखकर कुछ भी कर सकते हैं।
अलवर में पहलू खा नाम के शख्स को कुछ लोगों ने खुद को गोरक्षक बताते हुए इतनी बुरी तरह से पीटा की अस्पताल ले जाते हुए उसने दम तोड़ा दिया। वहीं इस मामले पर विरोध जताते हुए आजम खान ने अपनी गाय को वापस मथुरा भेज दिया है। उन्होंने शंकराचार्य को चिट्ठी लिखते हुए कहा कि कोई भी स्वयंभू गोरक्षक मुझे या फिर मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने के लिए उसे नुकसान पहुंचा सकता है। या फिर इस गाय की हत्या कर सकता है।
खान ने आगे लिखा, राजस्थान के अलवर में जो हुआ वो साफ संदेश है कि कोई भी मुस्लिम गाय ना पाले। सत्ता में बैठे लोगों ने अपनी आंखे बंद कर ली है और उन्हीं के इशारों पर धर्म विशेष के लोगों पर अत्याचार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आजम ने गाय को वापस मथुरा भेजा दिया है जिसके लिए उन्होंने पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमेंद्र सिंह को भेजा। वहीं आजम खान के गाय को वापस लौटाने की वजह से शंकराचार्य महाराज अधोक्षयजानंद ने दुख जताया है।
साल 2015 में शंकराचार्य ने दी थी गाय:-
साल 2015 में मथुरा दौरे के दौरान गोवर्धन के शंकराचार्य से एक गाय को अपनी डेरी में रखने की इच्छा जताई थी। तब संत ने खान को काले रंग की गाय उपहार के तौर पर दी थी। तभी से आजम के पास गाय और बछड़ा पल रहा था।
मौर्य ने कहा ना बनाए मुद्दा:-
वहीं इस पूरे मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि वो सुर्खियों में रहने के लिए बयानों से बचे। लेकिन इतना जरुर है कि वो गो-तस्करी को रोकने पर जरुर लगाम लगाएंगे।