लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए
आयुष फार्मासिस्ट संघ पर्यावरण दिवस के दिन पौध रोपण का कार्य करेगा।
आयुष फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश अध्यक्ष अम्मार जाफ़री ने वर्चुवल बैठक का विस्तृत ब्यौरा देते हुये बताया कि संघ द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश स्तर पर चलाये जा रहे काली पट्टी आंदोलन को ओर अधिक तेज करने के लिये पर्यावरण दिवस यानी 5 जून को अस्पताल या घर पर एक एक औषधीय महत्व के पौधे जिसमें गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, नीम, सहिंजन आदि का पौधों का रोपण कर सघन अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया ।
यह है मांग
संघ के महामंत्री देवेंद्र कुमार ने वर्तमान परिपेक्ष्य में आयुष फार्मासिस्ट की मुख्य मांगों का विस्तृत ब्यौरा देते हुये बताया कि आयुष फार्मासिस्टों की वरिष्ठता सूची बनाते हुए समायोजन, कोरोना काल को देखते हुए 1678 के सापेक्ष 1678 आयुष फार्मासिस्ट के पदों का सृजन आयुष फार्मासिस्टों की वेतन विसंगति दूर करते हुए एलोपैथ फार्मासिस्ट के समकक्ष मानदेय चीफ फार्मासिस्टों के पदों का सृजन प्रदेश भर में आयुष विंगों में पंचकर्म हिजामा शुरू करते हुए उपचारिकाओं की नियुक्ति।
कोविड19 को देखते हुए आयुष फार्मासिस्ट एवं आयुष उपचारिकाओं की समस्त रिक्त पदों पर अविलम्ब भर्ती तथा आयुर्वेद,यूनानी औषधियों की गुणवक्ता के लिए प्राइवेट सेक्टर में मेडिकल स्टोर एवं औषधि निमार्ण शालाओं में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता की जायें।
बैठक में संघ के महामंत्री देवेंद्र कुमार,संगठन मंत्री अमित तिवारी उपाध्यक्ष राजेश सक्सेना कर्म प्रवीण चौबे अजय सिंह आज़ाद कोषाध्यक्ष आलोक कुमार प्रियंका अशोक यादव आशीष वर्मा मोहन सिंह मीडिया प्रभारी साबिर हुसैन आदि ने अपने अपने विचार रखे।