अहमदाबाद। गुजरात में लगतार छठी बार जीत दर्ज करने के बाद सत्ता में आई बीजेपी में सीएम और डिप्टी सीएम के बीच जारी गतिरोध सुलझ गया है। मंत्री पदों के बटंवारे को लेकर सीएम से नाराज चल रहे नितिन पटेल की नाराजगी दूर हो गई है। दरअसल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने नितिन पटेल से बात की, जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराजगी भुलाते हुए उन्हें मिले मंत्री के पदों को स्वीकार करते हुए पदभार ग्रहण कर लिया है।
पदभार संभालने के बाद डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा कि आज सुबह अमित भाई ने मुझे फोन किया और कहा कि आप अपना पदभार संभाल लीजिए। उन्होंने बताया की अमित भाई ने मुझे आश्वासन दिया है कि जो उच्च स्तरीय मंत्रालय उन्हें चाहिए उसे देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस में तो शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता। इससे पहले नाराज नितिन पटेल ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी मंत्रालय नहीं संभाला था। यहां तक कि मेहसाणा में पटेल के समर्थकों ने एक जनवरी को बंद बुलाने का एलान भी किया था। साथ ही सरदार पटेल समूह के संयोजक लालजी पटेल ने शनिवार को नितिन पटेल को राज्य का सीएम बनाने की मांग की थी।
पिछली सरकार में नितिन पटेल को वित्त और शहरी विकास जैसे मंत्रालय दिए गए थे जबकि नई सरकार में उन्हें कम महत्त्वपूर्ण माने जाने वाले सड़क और इमारत और स्वास्थ्य जैसे विभागों का भार सौंपा गया है. नाराज नितिन पटेल को हार्दिक पटेल ने बगावत कर कांग्रेस में शामिल होने का न्योता तक दे दिया था। हालांकि, नितिन पार्टी छोड़ने की अटकलों को शुरू से ही खारिज करते आए हैं।