नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे नेताओं के बिड़गे सुर सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की ओर से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के तेलंगाना दौरे पर सवाल उठाए गए हैं। आपको बता दें कि अमित शाह तेलंगाना दौरा के बाद असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सामने आया है जिसमें ओवैसी ने दावा किया कि तेलंगाना में बीजेपी न तो मजबूत हो सकेगी और न ही खाता खोल सकेगी। उन्होंने कहा, “आंध्रप्रदेश में कोई भी बीजेपी का झंडा पकड़ने के लिए राजी नहीं है। तेलंगाना में भी कुछ नहीं होने जा रहा है (बीजेपी के पक्ष में)।” उन्होंने कहा, “तेलंगाना में लोगों ने पिछले चार वर्षों से टीआरएस का शासन और हमारा काम देखा है। वे (बीजेपी) कहीं नहीं हैं।”
आपको बता दें कि असादुद्दीन ओवैसी के ट्टीट की वजह से ये पूरा विवाद शुरू हुआ। ओवैसी ने ट्वीट किया था, “हैदराबाद में अमित शाह कहते हैं कि मंदिर संसदीय चुनाव से पहले बनेगा। जब उच्चतम न्यायालय मिल्कियत विवाद और ‘ क्या मस्जिद इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा है, पर निर्णय कर रहा है तो सवाल यह है कि क्या अमित शाह फैसला लिखेंगे। यदि फैसला संसदीय चुनाव के बाद आता है तो बेहतर रहेगा। ऐसे में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित होगा।”
आपको बता दें कि ओवैसी के इस हमले पर कटाक्ष करते हुए बीजेपी ने कहा, “कल तेलंगाना में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राममंदिर के मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया जैसा कि मीडिया के एक वर्ग में दावा किया जा रहा है। कोई ऐसा मामला एजेंडे में नहीं था।”आपको बता दें कि कल अमित शाह ने महानगर का दौरा किया था। और तेलंगाना इकाई के नेताओं के साथ बैठक की थी।