अफगानिस्तान पर जब से तालिबान का कब्जा हुआ है तब से अफगानिस्तान में रह रहे लोगों के लिए चिंता बढ़ गई है। तालिबान के कब्जे के बाद अब दूसरे आंतकी संगठन सक्रीय हो गए हैं। ISIS-K ने पहले ही काबूल एयरपोर्ट पर हमला कर अपनी नियत साफ कर दी है। ऐसे में अब अन्य देश तालिबान को सबक सिखाने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसकी शुरूआक अमेरिका ने ISIS-K पर एयर स्ट्राइक कर कर दी है।
बता दें कि जहां अमेरिका तालिबान को सबक सिखाने में लगा है। वहीं दूसरी तरफ आंतकी संगठन भी जबाव देने में कमी नहीं कर रहे हैं। काबूल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले के बाद आज भई एयरपोर्ट के एंट्री गेट पर फायरिंग की खबर सामने आई है। आतंकियों ने कई राउंड फायरिंग की जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। लोग डर के साए में जिंदगी गुजार रहे हैं। फायरिंग की आवाज सुन कर लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
वहीं एक स्थानीय अफगान समाचार एजेंसी के मुताबिक काबूल में हुए बम धमाकों में जो लोग मरे हैं उनमें 80 से ज्यादा लोग और 2 पत्रकार शामिल हैं। एक अमेरिका अधिकारी का कहना है कि काबूल एयरपोर्ट हमले में छर्रे से लदे करीब 25 पाउंट विस्फोटक रखे थे। हमले में 15 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे।
वहीं सैकड़ों अफगान लोगों ने न्यू काबूल बैंक के बाहर अपने वेतन की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले तीन से छह महीनों से उन्हें भुगतान नहीं किया गया है. समाचार एजेंसी का कहना है कि अन्य नागरिकों को कैश मशीनों के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। उनका कहना है कि बैंक खुल गया हो लेकिन कोई भी वहां जाने की हिम्मत नहीं कर रहा है।
वहीं काबूल में अमेरिकी सेना के जवानों की मौत के बाद अब जो बाइडन पर दबाव बढ़ रहा है। खुद पर उंगली उठता देख जो बाइडन ने कहा था कि हमला करकने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। अफगानिस्तान में हमारे जितने भी लोग फंसे हुए हैं उनको निकालने का काम जारी है।