लखनऊ। 3 दिवसीय दौरे पर सूबे की राजधानी लखनऊ में भाजपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के जरिए पार्टी के बूथ स्तर पर 2019 की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ केन्द्र सरकार के विजन को बताने आये पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को पत्रकारों को भी सम्बोधित किया। सम्बोधन के बाद पत्रकारों के सवालों का भी शाह ने उत्तर दिया।
पत्रकार वार्ता में अमित शाह पर पत्रकारों ने सवालों की बौछार कर दी। पत्रकारों ने शिवपाल यादव के भाजपा में आने को लेकर पहले शाह से सवाल पूछा तो शाह ने साफतौर पर कहा कि शिवपाल यादव के आने को लेकर उनके तरफ से ना कोई प्रस्ताव आया है ना ही उनके पार्टी में आने का कोई सवाल है।
बिहार में सरकार बनाने के सवाल पर अमित शाह ने साफ किया कि हमने बिहार में कोई दल नहीं तोड़ा नीतीश कुमार ने स्वयं इस्तीफा दिया था वो भ्रष्टाचारियों के साथ सरकार में नहीं रहना चाहते थे तो क्या मैं बंदूक दिया कर रहने के लिए विवश करता । उन्होने भी कोई दल नहीं तोड़ा उन्होने इस्तीफा दिया है। हम कोई इंदिरा गांधी की पॉलिसी वाली सरकार नहीं चला रहे हैं।
इसके बाद जब उनसे एक सवाल पूछा गया कि आप जहां जाते हैं वहां पार्टियों को तोड़ते हैं इस पर शाह की कड़ी प्रतिक्रिया उन्होने कहा कि मैं केरला जा कर आया क्या टूटा तेलंगाना जाकर आया क्या टूटा कश्मीर होकर आया वहां क्या टूटा। इस पर पत्रकारों ने कहा कि आप लगातार पहले दलितों के यहां जाकर दलित वोटों में सेंध लगाकर आये और अब पिछड़े वर्ग के लोगों के यहां जा रहे हैं इससे क्या माना जाये क्या ये पिछड़े जाति के वोटों में सेंध लगाने की कोशिश तो नहीं इस पर अमित शाह ने कहा कि हम अपने पार्टी के कैडरों के यहां जाता हूं जिसका कार्यक्रम पार्टी का स्थानीय संगठन तय करता है। इसका राजनीतिकरण ना किया जाये।