वॉशिंगटन। अमेरिका ने भारत को उभरती हुई वैश्विक शक्ति करार देते हुए पाकिस्तान को एक बार फिर आतंकवाद पर खरी-खोटी सुनाई है। अमेरिका का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच में रणनीतिक साझेदारी से दोनों देशों के रिश्तों में नई मजबूती आएगी। इसी के साथ अमेरिका ने हिंद महासागर में भारत की भूमिका की भी तारीफ की। बता दें कि अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में भारत की सराहाना की गई है और पाकिस्तान को एक बार फिर आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए चेताया गया है। अमेरिका ने आतंकवाद को खत्म करने को लेकर भारत के प्रयासों की तारीफ करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ भारत के रास्ते पर चलने की नसीहत दी।
दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति जारी की थी, जिसमें कहा गया है कि हम भारत के वैश्विक शक्ति के रूप में मजबूत रणनीतिकार और रक्षा सहयोगी के रूप में उभरने का स्वागत करते हैं। अमेरिका ने कहा कि भारत हमारा सबसे बड़ा रक्षा सहयोगी है इसलिए अब हम उसके साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे।
इसमें चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड परियोजना और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी जिक्र किया गया और कहा कि क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे के बीच वो दक्षिण एशियाई देशों को अपनी ‘संप्रभुता’ बरकरार रखने में ‘मदद’ देगा। गौरतलब है कि भारत इस परियोजना का विरोध कर रहा है।
वहीं अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के 2018 के आम चुनाव में हिस्सा लेने की संभावनाओं पर गहरी चिंता जताई। विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने कहा कि अमेरिका हाफिज के समूह को आतंकवादी मानता है। इस मसले पर ट्रंप प्रशासन की पाकिस्तान के सरकार के साथ कई बार बातचीत हुई। पाकिस्तान ने हाल ही में उसे नरजबंदी से रिहा किया है और अब सूचना मिल रही है कि वह चुनाव लड़ेगा।