अमेरिका – अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘जो बाइडन’ प्रशासन ने रूस के अधिकारियों ,व्यापारों पर पाबन्दी लगाने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि ‘जो बाइडन’ प्रशासन ने यह फैसला तब लिया जब कल रूस के विपक्ष के नेता अलेक्सी नवलनी पर जानलेवा हमला किया गया और बाद में उन्हें जेल में डाल दिया गया।
अमेरिकी रसायन एवं जैविक शस्त्र नियंत्रण के तहत लगाए प्रतिबंध –
बता दे कि अमेरिका द्वारा रूस पर अमेरिकी रसायन एवं जैविक शस्त्र नियंत्रण एवं युद्ध उन्मूलन अधिनियम के तहत 14 व्यापार और अन्य उद्यमों पर भी प्रतिबंधों का ऐलान किया। इनमें से ज्यादातर जैविक रसायन जहर बनाते है। साथ ही बता दे कि ‘बाइडन’ प्रशासन के शीर्ष अफसरों ने उन अधिकारियों के नाम नहीं बताये जिन पर ये प्रतिबन्ध लगाए गए है। ‘बाइडन’ प्रशासन के एक वरिष्ट अफसर ने बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी का निष्कर्ष है कि रूस की संघीय सुरक्षा सेवा ने पिछले साल अगस्त में रूस में असंतुष्टों पर रूसी नर्व एजेंट (जहर) ‘नोविचोक’ का इस्तेमाल किया है।
यूरोपीय संघ द्वारा पहले भी लगाया जा चुका है रूस के कुछअधिकारीयों पर प्रतिबंध –
बता दे कि यूरोपीय संघ द्वारा पहले भी रूस के कुछ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। लेकिन इस बार मामला रूस के विपक्ष के नेता अलेक्सी नवलनी पर जानलेवा हमला का है। ऐसा लगता है कि ‘बाइडन’ प्रशासन ने रूस के विपक्षी नेताओं पर कथित हमले और अमेरिकी एजेंसियों और कारोबारों को हैक करने को लेकर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुकाबला करने का संकल्प ले रखा है। कुछ लोग हमले को पुतिन की सुरक्षा सेवा से भी जोड़ रहे है। गौरतलब है है कि उन्हें जर्मनी से रूस लौटने के बाद एक परिवीक्षा उल्लंघन के लिए गिरफ्तार किया गया था। जहां उन्हें एक रासायनिक हथियार से जहर दिए जाने के बाद इलाज किया गया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रमुख विपक्षी व्यक्ति नवलनी को उनके दो सेवा करने के लिए एक दूरस्थ दंड कॉलोनी में स्थानांतरित कर दिया गया है।