Amarnath Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटा। इस हादसे में करीब 15 लोगों की मौत और चालीस के अधिक के लापता होने की सूचना मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक जब यह घटना हुई तब मौके पर करीब बारह हजार यात्री मौजूद थे। घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
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बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरपी और अन्य सहयोगी एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है। मौके पर राहत बचाव का काम जारी है। तीर्थयात्रियों के कई टेंटों में नुकसान की भी खबर है। बताया जा रहा है कि आज शाम करीब 5:30 बजे बादल फटा है।
#WATCH | J&K: Visuals from lower reaches of Amarnath cave where a cloud burst was reported at around 5.30 pm. Rescue operation underway by NDRF, SDRF & other associated agencies. Further details awaited: Joint Police Control Room, Pahalgam
(Source: ITBP) pic.twitter.com/AEBgkWgsNp
— ANI (@ANI) July 8, 2022
आईटीबीपी पीआरओ ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, बारिश अभी भी जारी है। खतरे के स्तर को देखते हुए क्षेत्र में पानी भर जाने के कारण अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अगर मौसम सामान्य रहा और अस्थायी व्यवस्था की गई तो कल से यात्रा फिर से शुरू की जा सकती है। घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
दो लंगर और 25 यात्री टेंट बहे
कुछ यात्री रेनकोट पहने बाहर भी खड़े थे। बाढ़ का पानी गुफा के सामने समतल मैदान के बीच से बहने लगा। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, पानी का तेज बहाव दो लंगर और 25 यात्री टेंट को चपेट में ले चुका था। यात्रियों में भगदड़ मच गई। आपदा प्रबंधन दलों ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना है। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया है। बचाव और राहत कार्य जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”