निर्मल उप्रेती, संवाददाता
प्रकृति की बेशुमार खूबसूरती ओढ़े बसंत के आगमन के साथ मनाये जाने वाले फूलदेई लोक पर्व अल्मोड़ा में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।
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सुबह सवेरे ही बच्चे फ्योली, बुरांश के लाल पीले फूलांे और चावल के साथ घर के देहरी की पूजा कर रहे हैं। जिसको लेकर बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में लोकपर्व फूलदेई काफी पारम्परिक पर्व है। जिसका जुड़ाव सीधे प्रकृति से है। सर्दियों के मुश्किल दिन बीत जाने के बाद जब ऋतुराज बसंत का आगमन हो जाता है, चारो तरफ रंग बिरंगे फूलों से प्रकृति का श्रृंगार हो जाता है।
उस मौके पर चैत की संक्रांति पर फूलदेई का त्यौहार मनाया जाता है। यह पर्व आमतौर पर छोटे बच्चों से जुड़ा त्यौहार है। जिसका बच्चों को सालभर से इंतजार रहता है। इस दिन बच्चे रंग बिरंगे फूलों और चावल से घर की देहरी को पूजते हैं और फूलदेई, छम्मा देई, दैणी द्वार, भर भकार. जैसे लोक गीत कहते हैं।