चाणक्य युवा संगठन के नेतृत्व में महार्षि दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल और महार्षि दयानंद प्रवाह संस्थान के सौजन्य से गाय को केंद्रित करके एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन ग्राम राल के पेंठ स्थल पर किया गया।
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इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम 121 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया गया यज्ञ में लगभग 121 परिवार जोड़े से सम्मिलित हुए इस यज्ञ का आयोजन गाय को घरों में पुनर्स्थापित करने के मुख्य उद्देश्य के साथ किया गया था। यज्ञ के ब्रह्मा सत्यम आर्य नई दिल्ली ने यज्ञ की महिमा बताएं कार्यक्रम संयोजक आर्य अशोक शर्मा ने गाय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गाय हमारी मां के समान है गाय के मूत्र से अनेकों बीमारियां दूर होती हैं ।
गाय के गोबर से किसी भी प्रकार के कीटाणुओं को नष्ट किया जा सकता है । गाय के दूध से भी बहुत सारी बीमारियां दूर होती हैं तथा बुद्धि में वृद्धि होती है। क्योंकि गाय के दूध में स्वर्ण भस्म की मात्रा होती है भगवान श्रीकृष्ण भी थारपारकर गाय पालते थे। जिसके की कंधे पर पुट्ठा होता है उस पुट्ठे में 33 करोड़ देवी देवता निवास करते हैं । ऐसा हमारे शास्त्रों में वर्णन है । गाय के स्पर्श मात्र से बहुत सारी बीमारियां दूर होती हैं । जिसे बीपी आदि गाय 24 घंटे ऑक्सीजन देती है।
गाय जिस स्थान पर रहती है उसी स्थान पर ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहती । गाय के महत्व को समझा कर सभी 121 परिवारों को संकल्प कराया गया तथा सभी 121 परिवारों ने गाय पालन की शपथ ग्रहण की और साथ में सभी विद्यार्थियों ने गाय का दूध सेवन करने की ही शपथ ग्रहण की, और लोगो से आग्रह किया कि गाय को घरो में पाले न कि गौ माता को खुला छोड़े इस अवसर पर । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सत्यभान शर्मा ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण कैसे गाय का पालन करते थे इसका कारण यही था कि गाय कल्याणकारी है जहां रहती है मां की तरह ध्यान रखती है और कल्याण करती है सर चमके विशिष्ट अतिथि विजय यादव उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के विषय में सभी ग्राम वासियों को जानकारी दी था 121 जोड़ों को गाय पालने का संकल्प लेने के लिए धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कैलाश पचैरी ने की उन्होंने अद्भुत कार्यक्रम करने के लिए महर्षि दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों का उत्साह वर्धन किया और उनको उपहार प्रदान किए। छात्र-छात्राओं ने गाय के ऊपर भजन नाटक आदि करके समा बांध दिया जिसमें प्रमुख रुप से लक्ष्मी सोनिया ने गाय के ऊपर मनमोहक प्रस्तुति दी। समस्त ग्रामवासी मात्र 2 घंटे में ऐसे कार्यक्रम की व्यवस्था देख कर आश्चर्यचकित थे। क्योंकि मात्र 2 घंटे की तैयारी पर एक गंदे स्थान को सभी छात्र-छात्राओं ने मिलकर स्वर्ग के समान बना दिया था धन्यवाद ज्ञापन भावना ने किया। अन्य अतिथियों में पूरन सिंह रजिस्ट्रार संस्कृति विश्वविद्यालय उदय चैधरी रहीस अहमद लोकेंद्र गौतम ओमप्रकाश पचैरी तिलक सिंह चंदन सिंह जुगल किशोर महाशय विजेंद्र पहलवान भागमल नंदन तुलसी नैहनी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।