UP MLC Election 2022: यूपी में विधानसभा चुनाव के बाद अब विधानपरिषद सीटों के चुनाव के लिए भाजपा में कवायद शुरू हो गई है। इस चुनाव में मुख्य रूप से भाजपा और समाजवादी पार्टी में मुकाबला होना है। भाजपा में जहां एक तरफ नए मंत्रिमंडल को लेकर नामों पर मंथन हो रहा है। वहीं, विधानपरिषद सीटों के लिए भी पार्टी प्रत्याशियों के लिए बैठकों का दौर जारी है। इसके पहले भी दो राउन्ड की बैठक भाजपा में हो चुकी है।
सूबे की 36 विधान परिषद सीटों के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी हो जाएगी, जबकि मतदान 9 अप्रैल को होना है और नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे। विधानसभा में बहुमत हासिल करने बाद बीजेपी की नजर अब विधान परिषद में प्रचंड बहुमत के साथ अपना दबदबा बनाने पर है।
दो चरणों में होगा चुनाव
विधान परिषद चुनाव के पहले चरण में 30 और दूसरे चरण में छह सीटों पर चुनाव है। पहले चरण का नामांकन 15 मार्च से शुरू होकर 19 मार्च तक चलेगा। 21 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 23 मार्च तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे।
वहीं, दूसरे चरण में छह सीटों के लिए नामांकन 15 मार्च से शुरू होंगे और 22 मार्च नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि है। 23 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 25 मार्च को नामांकन पत्र वापस लिए जाएंगे। दोनों ही चरणों के लिए नौ अप्रैल को मतदान होगा जबकि 12 अप्रैल को नतीजे आएंगे।
बता दें कि विधान परिषद की 36 सीटों पर चुनाव के बाद यह पहला मौका होगा जब बीजेपी को विधानसभा के उच्च सदन में बहुमत मिल सकता है। 100 सीटों वाली विधान परिषद में स्थानीय निकाय क्षेत्रों की 36 सीटों पर 2016 के चुनाव में सपा की 31 सीटें जीती थीं जबकि दो सीटों पर बसपा को जीत मिली थी। रायबरेली से कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह जीते थे तो बनारस से बृजेश कुमार सिंह और गाजीपुर से विशाल सिंह ‘चंचल’ निर्दलीय चुने गए थे. हालांकि, दिनेश प्रताप सिंह बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे।
सपा के पास फिलहाल बहुमत
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कुल 100 सदस्य हैं, जिनमें बहुमत के लिए 51 का आंकड़ा चाहिए। उत्तर प्रदेश के विधान परिषद में सपा को बहुमत है। उच्च सदन में सपा की 48 सीटें हैं, जबकि बीजेपी के पास 36 सदस्य हैं। हालांकि, विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के 8 एमएलसी बीजेपी में चले गए थे। वहीं, बसपा के एक एमएलसी भी बीजेपी में आ गए हैं।