अलीगढ़: जिले में जहरीली शराब पीने से अबतक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस और आबकारी टीम ने जांच की रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। पुलिस की जांच में जहरीली शराब बनाने में माफियाओं ने मिथाइल एल्कोहल की का इस्तेमाल किया था। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इस पूरे मामले की जानकारी दी।
50 हजार का शराब माफिया विपिन यादव से पूछताछ करते हुए पुलिस ने कई जगह छापेमारी की, ताला नगरी, करसुआ ठेके में मिथाइल एल्कोहल की पुष्टि हुई है।
तीन फैक्ट्रियां सील की गई
जिले में जहरीली शराब पीने से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई तो अभी कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। प्रशासन ने घटना का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है। अबतक 33 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार अबतक तीन फैक्ट्रियां सील की जा चुकी है।
विषैला कैमिकल का हो रहा था इस्तेमाल
देशी शराब बनाने के लिए माफिया आमतौर पर कई कैमिकल का इस्तेमाल करते है। अलीगढ़ में जहरीली शराब बनाने के लिए मिथाइल एल्कोहल का इस्तेमाल किया गया था। मिथाइल एल्कोहल एक विषैला कैमिकल है। हम इसको विशुद्ध जहर भी कह सकते है।
शराब माफिया इस एल्कोहल का इस्तेमाल शराब को ज्यादा नशीला बनाने के लिए करते है। इसकी मात्रा ज्यादा होने पर शराब जहरीली हो जाती है यही धटना अलीगढ़ में शराब कांड में हुई जहां मिथाइल एल्कोहल की मात्रा ज्यादा होने पर वहां लाशों के ढेर लग गए। आबकारी विभाग ने अलीगढ़ शराब कांड में दो जगह मिथाइल एल्कोहल होने की पुष्टि की है।
पीने लायक नहीं है यह एल्कोहल
विशेषज्ञों का कहना है कि इस कैमिकल में टॉक्सिस होता जो कि पीने लायक नहीं होता है। अगर यह मनुष्य के शरीर में जाता है तो पेट में गंभीर इंफेक्शन कर सकता है साथ ही आखों की रोशनी भी जा सकती है।