नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। इस बार अखिलेश यादव ने मेरठ की घटना को आधार बनाकर योगी सरकार पर महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा मुहैया न करा पाने के आरोप लगाए हैं।
ट्वीट कर किया वार
सुबह अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर कहा कि मेरठ में छात्रा से छेड़छाड़ व विरोध करने पर आग से जलाने की दर्दनाक घटना से आज प्रदेश में बच्चियाँ और अभिभावक दहशत के माहौल में जी रहे हैं। इस घटना ने पूरे प्रदेश में सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोश को और बढ़ा दिया है। ये सरकार नारी सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह निष्क्रिय और नाकाम है।
मेरठ में छात्रा से छेड़छाड़ व विरोध करने पर आग से जलाने की दर्दनाक घटना से आज प्रदेश में बच्चियाँ और अभिभावक दहशत के माहौल में जी रहे हैं. इस घटना ने पूरे प्रदेश में सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोश को और बढ़ा दिया है. ये सरकार नारी सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह निष्क्रिय और नाकाम है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2018
मेरठ में छात्रा से छेड़छाड़ व विरोध करने पर आग से जलाने की दर्दनाक घटना से आज प्रदेश में बच्चियाँ और अभिभावक दहशत के माहौल में जी रहे हैं। इस घटना ने पूरे प्रदेश में सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोश को और बढ़ा दिया है। ये सरकार नारी सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह निष्क्रिय और नाकाम है।
छेडखानी का किया था विरोध
बता दें कि मेरठ के सरधना में 14 साल की छात्रा से शोहदे लगातार छेड़छाड़ कर रहे थे। एक दिन मनचलों ने छात्रा को जबरदस्ती उसके हाथ में फोन थमा दिया। तो छात्रा ने पूरी घटना की शिकायत अपने घर पर कर दी। फिर छात्रा के परिजनों ने लडके की शिकायत उसके परिजनों को बताया कि उनके लड़के ने उनकी पुत्री को मोबाइल दिया है और अब फोन पर परेशान कर रहा है।
लगा दी आग
फिर लड़के के परिजनों ने भरोसा दिया कि वह उसे समझा देंगे, आइंदा ऐसा नहीं होगा। छात्रा के परिजनों ने बताया कि वह घर पहुंचे ही थे कि मुख्य आरोपी अपने साथियों के साथ उनके घर में घुस आया। मारपीट की और छात्रा पर केरोसिन उड़ेलकर उसे आग लगा दी। शिकायत की इसकी सजा छात्रा को इस कदर भुगतनी पड़ी कि वह अस्पताल पहुंच गई। उसका चेहरा सहित शरीर बुरी तरह झुलस चुका था। वह तड़पी और टूटते शब्दों में कह रही थी कि ऐसे तड़पने से अच्छा तो मौत आ जाए।