नई दिल्ली। बंगाल में डाक्टरों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। बंगाल के डाक्टरों का साथ देने के लिए एम्स के रेजिडेंट ने भी कमर कस ली तो स्वास्थ्य सुविधा चरमरान लगी इसके साथ ही अफरातफरी मच गई।
लेकिन दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शनिवार सुबह विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया हलांकि एम्स एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पश्चिम बंगाल सरकार 48 घंटे के भीतर राज्य में जूनियर डॉक्टरों की मांगों को पूरा करने में विफल रही तो अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
सभी रेजिडेंट डॉक्टर काम पर वापस आ गए हैं, लेकिन हम काले बैज, पट्टियां और हेलमेट पहनकर सांकेतिक विरोध जारी रखेंगे। अगर हालत बिगड़े तो हम 17 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। – अमरिंदर सिंह मल्ही, अध्यक्ष- आरडीए (रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन), AIIMS
बंगाल में अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता के साथ खड़े दिल्ली के कई प्राइवेट अस्पतालों के साथ AIIMS, सफदरजंग, लोक नायक और जीटीबी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने जवाहरलाल नेहरू ऑडिटोरियम में इकट्ठा होने के दौरान अपने चेहरे और शरीर पर पट्टियां पहनीं और डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों के बारे में बताया।