नई दिल्ली। उरी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को एक के बाद एक मुश्किलें बढ़ाने के प्रयास में लगा हुआ है। भारत हर वह कूटनीति अपना रहा है जिससे पाकिस्तान को उसका जवाब दिया जा सके। हाल के दिनों में भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौते को रद्द करने की पहल की है और अब भारत, पाकिस्तान को दोहरा झटका देने पर विचार कर रहा है, बता दें कि सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) दर्जे को भारत छीन सकता है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान को लेकर भारत में माहौल गरम है, भारत में हर जगह से पाकिस्तान के साथ सिंधु नदी समझौते और सभी प्रकार के रिश्तों को खत्म करने पर जोर दिया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक को अलग-थलग करने की कवायद के अलावा भारत कई दूसरे तरीकों से उसपर दबाव बनाने की तैयारी कर रहा है। इसी क्रम में पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते पर भी सोमवार को समीक्षा की गई। पीएम मोदी ने कहा था कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते।
इसी दौरान अब खबरें आ रही हैं कि भारत भारत उसको दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन)का दर्जा छीन सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 29 सितंबर को एक बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में पीएम पाक को दिए गए एमएफएन के दर्जे की समीक्षा कर सकते हैं। इस बैठक में विदेश और वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे। इस विषय पर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान हम पर हमला करता रहे और हम उन्हें एमएफएन का दर्जा दें, इसका कोई मतलबब नहीं है।
आपको ज्ञात हो कि भारत की ओर से पाक को दिया गया यह दर्जा एकतरफा है। पाकिस्तान ने भारत को ऐसा कोई स्टेटस नहीं दिया है। भारत ने पाकिस्तान को 1999 में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। पाकिस्तान ने 2012 में भारत को एमएफएन यानी विशेष तरजीह देश का दर्जा देने का ऐलान किया था, लेकिन वादा निभाया नहीं था।