नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी (आप) को एक और बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ नेता आशुतोष के बाद अब आशीष खेतान ने भी खुद को सक्रिय राजनीति से अलग कर लिया है। दोनों ही नेताओं ने इसके लिए ‘निजी कारणों’ को जिम्मेदार ठहराया है। आशीष के इस्तीफे के बाद वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने एक बार फिर केजरीवाल पर तंज कसा है।
आत्मसमर्पित क़ुरबानी का नाम दिया
पिछले कुछ समय से पार्टी की गतिविधियों से अलग चल रहे कुमार विश्वास ने खेतान के इस्तीफे को एक और आत्मसमर्पित क़ुरबानी का नाम दिया। उन्होंने ट्विटर पर एक कविता सांझी कर लिखा कि सब साथ चले, सब उत्सुक थे, तुमको आसन तक लाने में! कुछ सफल हुए ‘निर्वीर्य’ तुम्हें यह राजनीति समझाने में! इन आत्मप्रवंचित बौनों का दरबार बनाकर क्या पाया ? जो शिलालेख बनता उसको अख़बार बनाकर क्या पाया।
विश्वास ने केजरीवाल पर तंज कसा
बता दें कि आप नेता आशुतोष के पार्टी से इस्तीफे देने के बाद भी विश्वास ने केजरीवाल पर तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनीतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और ‘आत्मसमर्पित-कुर्बानी’ मुबारक हो! इतिहास शिशुपाल की गालियां गिन रहा है। आजादी मुबारक।
खेतान ने दी सफाई
वहीं खेतान ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद ट्वीट किया कि मैंने वकालत शुरु करने के लिये ही गत अप्रैल में दिल्ली संवाद आयोग (डीडीसी) के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सिर्फ इसी एक वजह को हकीकत बताते हुये कहा कि बाकी सब अफवाह है। इन अफवाहों में उनकी कोई रुचि नहीं है।