इंफाल। मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफ्स्पा) हटाने की मांग लेकर लगभग 16 सालों तक संघर्ष करने वाली इरोम शर्मिला ने मंगलवार को अपना अनशन तोड़ लिया है। इम्फाल के कोर्ट ने इरोम शर्मिला को 10 हजार रुपये के पर्सनल बॉन्ड पर रिहा कर दिया है।
मणिपुर की ‘आयरन लेडी’ के नाम से मशहूर शर्मिला ने सुरक्षा बलों के हाथों 10 आम नागरिकों की मौत के विरोध में 16 साल पहले नवंबर 2000 को अनशन शुरू किया था। इसके बाद से उन्हें नाक के जरिये जबरन तरल खाद्य पदार्थ व पानी दिया जा रहा है।
मणिपुर सरकार ने उन्हें उसी साल आत्महत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उन्होंने हमेशा यह कहते हुए खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया कि वह अनशन को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं।
अभियोजन पक्ष जब आरोप साबित करने में विफल रहा तब मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने 29 फरवरी, 2016 को उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था। लेकिन उनके फिर से अनशन पर बैठ जाने के कारण उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया गया था।