नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के लगातार हंगामे को लेकर सदन की कार्यवाही लगातार प्रभावित रही है। इसी को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कार्यवाही के बार बार बाधित होने पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि कार्यवाही के लगातार बाधित होने से देश के लोगों को भारी नुकसान हो रहा है, उन्होंने कहा कि न तो स्पीकर और ना ही संसदीय कार्यमंत्री सदन को चला पा रहे हैं।
गौरतलब है कि नोटबंदी को लेकर लगातार विपक्ष के विरोध के चलते कार्यवाही में खलल पड़ रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी ने आज कहा कि जो सांसद ज्यादा हंगामा कर के कार्यवाही को चलने देने में विघ्न पैदा कर रहे हैं उन सांसदों का वेतन काट देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं स्पीकर से कहना चाहता हूं कि उन्हें सदन में सख्ती दिखानी चाहिए, वो सदन को सही से नहीं चला पा रही हैं।
सदन में विपक्ष द्वारा नोटबंदी के मुद्दे से संबंधित नारे लगाने के बावजूद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा बुधवार को प्रश्नकाल तथा शून्यकाल जारी रखने के बीच आडवाणी की यह कड़ी टिप्पणी सामने आई है। संसद के सबसे सम्मानीय सांसदों में गिने जाने वाले आडवाणी ने कहा, “न तो अध्यक्ष और न ही संसदीय मामलों के मंत्री सदन का संचालन कर रहे हैं। अनंत कुमार द्वारा उन्हें शांत करने के प्रयासों के बीच आडवाणी ने कहा, “मैं अध्यक्ष से यह कहने जा रहा हूं कि वह सदन का संचालन नहीं कर रही हैं। विपक्ष तथा सरकार, दोनों ही सदन को संचालित करने में अक्षम हैं।उन्होंने पूछा कि लोकसभा की कार्यवाही कब तक के लिए स्थगित हुई है। जब उन्हें बताया गया कि अपराह्न दो बजे तक के लिए, तो भाजपा के दिग्गज ने कहा, “अनिश्चितकाल के लिए क्यों नहीं?
आपको बता दें कि लगातार कार्यवाही में आ रहे अवरोध को लेकर आडवाणी में इतना रोश देखा गया कि जब आज सदन के स्थगित होने पर उन्होेंने एक अधिकारी से पूछा कि सदन को कितने देर तक के लिए स्थगित किया गया तो उन्हें बताया गया कि 2 बजे तक। इस पर नाराज भाजपा नेता ने कहा, दो बजे तक क्यों, अनिश्चित कालीन तक के लिए स्थ्गित किया जाना चाहिए था। बताएं कि शीत कालीन सत्र लगतार हंगामे के भेंट चढ़ा है जिससे किसी भी दिन पूरी कार्यवाही नहीं हो पाई है।