नई दिल्ली। बंगाल के कांग्रेस नेता लोकसभा में नेता बनाए गए और उनकी बुद्धिमत्ता और कुशलता के चलते उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। अधीर रंजन पश्चिम बंगाल की बेहरामपुर लोकसभा सीट से एमपी हैं और इससे पूर्व वो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं। आपको बता दें कि पिछले लोकसभा सत्र के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे निचले सदन में कांग्रेस दल के नेता थे।
हालांकि अधीर रंजन के नाम को लेकर पहला संकेत तब मिला था जब रविवार को प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा के साथ अधीर और केरल के वरिष्ठ सांसद के सुरेश को भेजा गया। लोस में इस प्रकार के चयन से सभी आश्चर्य में हैं क्योंकि लोकसभा मु नेता के तौर पर राहुल गांधी, शशि थरूर, मनीष तिवारी जेसे नामों की चर्चा थि जिस लिस्ट में अधीर रेजन शामिल ही नहीं थे।
बता दें कि अधीर रंजन को लोकसभा में नेता विपक्ष का पद नहीं मिल पाएगा क्योंकि कांग्रेस के केवल 52 सांसद हैं, सबसे बड़ा विपक्षी दल जरूर है कांग्रेस लेकिन नियमानुसार नेता विपक्ष के पद के लिए लोकसभा के कुल सदस्यों की संख्या (545) का कम से कम 10% यानी 55 सदस्य जरूरी हैं।