हरदोई। जहां एक तरफ गोरखपुर में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते इतना बड़ा कांड हो गया, उसके बाबजूद भी सभी जिला अस्पतालों के प्रशासन ने वही रवैया अपना रखा है। जिससे मासूमों की जान से खिलवाड़ हो रहा है सरकार सिर्फ सख्त होने का दावा कर रही है जबकि प्रशासन जसे का तसा ही है। इसी कड़ी में हरदोई जिला अस्पताल का मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में उस समय हड़कम्प मच गया। जब इलाज के दौरान एक सांस की बीमारी से परेशान चल रहे है एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गयी। मृतक मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
सारा मामला शहर कोतवाली के आलूथोक बावन चुंगी का है। परिजन का कहना है कि बावन चुंगी निवासी शहाबुद्दीन को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे। जहां मौजूद एक नर्स के द्वारा जैसे ही मरीज को कई इंजेक्शन लगाए गए। उसके कुछ ही देर बाद मरीज ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना जैसे ही मृतक के परिजनों को मिली तो पूरे परिवार में मातम छा गया। जिसके बाद मृतक शहाबुद्दीन के परिजनों ने जिला अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही से उपचार करने का आरोप लगाया है। साथ ही परिजनों ने बताया कि जैसे ही सांस की बीमारी से परेशान शहाबुद्दीन को इंजेक्शन लगाया गया उसके कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई।
इंजेक्शन लगाने के बाद वार्ड में मौजूद नर्स ने खाली इंजेक्शन के रैपर को कूड़ेदान में न डालकर एक ऊंचाई पर स्थित अलमारी में फेंक दिया। मृतक के परिजनों ने इसी बात को लेकर नर्स पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों के मुताबिक बताया जा गया है कि शहाबुद्दीन आराम से चलकर परिजनों के साथ जिला अस्पताल आए थे। जिसके बाद एक साथ मरीज को 3 इंजेक्शन जैसे ही लगाए गए। उसके कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई। जिसको लेकर वार्ड में मौजूद नर्स मृतक के परिजनों से मुंह छिपाती नजर आई। मौत की खबर मिलते ही जिला अस्पताल पहुंचे सभी परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया।