लखनऊ: कोरोना के बढ़ते खतरों के बीच लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने भी ऑनलाइन कक्षाओं की मांग की है। संघ की दलील है कि विश्वविद्यालय की तुलना में करीब 80 फीसदी छात्र महाविद्यालयों में पढ़ते हैं। ऐसे में कोरोना का खतरा यहाँ सबसे ज्यादा है।
लुआक्टा अध्यक्ष डॉ मनोज पांडेय ने इस संबंध में एलयू के कुलसचिव को एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने बताया कि यूपी में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले लखनऊ में आ रहे हैं। इतना ही नहीं लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ-साथ कॉलेजों के कई शिक्षक और छात्र भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई बेहद जरूरी है।
जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने यहाँ के छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू भी कर दी है। लेकिन कॉलेजों को लेकर ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश में एलयू परिसर का जिक्र किया गया है, जबकि कॉलेजों की भी यहाँ बड़ी तादाद है।
महामंत्री डॉ अंशु केडिया ने कहा कि कॉलेजों में भी ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन को लेकर आदेश जारी किया जाना चाहिए। अन्यथा कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलेगा, साथ ही छात्रों की पढ़ाई भी बाधित होगी।