नई दिल्ली। एआईएडीएमके की प्रमुख शशिकला के दिन ठीक नहीं चल रहे हैं। पहले ही घोटाले के गंभीर आरोप में शशिकला जेल में हैं लेकिन मुसीबतें वहां पर भी उनका पीछा नहीं छोड़ रही हैं। अब कर्नाटक की एक पुलिस अधिकारी ने जेल में बंद शशिकला पर बड़े आरोप लगाते कहा है कि शशिकला को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। ये आरोप डीआईजी जेल डी रूपा ने लगाया है। जिसके बाद एख बार फिर जेल में शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने का बवाल खड़ा हो गया है।
शशिकला के अलावा अन्य कैदियों के दी गई वीआपी सुविधाओं को लेकर भी डी रूपा ने कई बड़े खुलासे किए हैं। उन्होने इस मामले में डीजी और आईजी के पत्र भी लिखा है। रूपा ने अपने पत्र में जिक्र किया है कि जे में मौजूद स्टाफ कई सीनियर अधिकारियों के दबाव में वहां पर कैदियों को कई गैरकानूनी सुविधाएं दे रहे हैं। जैसे शशिकला को खाना पकाने के लिए अलग कमरा दिया गया है। इसके साथ ही स्टैंप पेपर घोटाले के दोषी अब्दुल करीम तेलगी को भी सहयोगियों के तौर पर अंडर ट्रायल कैदी मुहैया कराए गये हैं।
इसके अलावा डी रूपा ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट प्रेषित करते हुए बड़े अधिकारियों पर रिश्वत लेने का गम्भीर आरोप भी लगाया है। इसके साथ ही उन्होने साफतौर पर कहा है कि जेल के नियमों के उल्लंघन के कई मामले सामने आ चुके हैं। बीते 10 जुलाई को जिन 25 कैदियों का ड्रग टेस्ट हुआ है 18 के नतीजे पॉजिटिव आये हैं। इसके साथ ही जेल के अस्पताल में कैदी ने डॉक्टर और नर्स से मारपीट तक की लेकिन कैदी पर अभी कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
वहीं डी रूपा के मामले में उच्चाधिकारियों ने साफतौर पर कैदियों के किसी भी तरह के वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने से इनकार कर दिया है। डीजी जेल सत्यनाराण राव उल्टा ही डीआईजी डी रूपा द्वारा इस मामले को मीडिया में उछालना गलत बताया है। उन्होने कहा कि अगर ऐसा कोई मामला था तो उन्हे पहले मुझे बताना चाहिए था । मीडिया के पास जाना गलत है। वैसे ये जेल काफी समय से विवादों से घिरी रही है। कई बार आरोप लगे हैं कि यहां पर नियमों को ताक पर रख कैदियों को कई सुविधाएं मिल जाती हैं।