नई दिल्ली। बैंक के करोड़ों का कर्ज लेकर फरार विजय माल्या के खिलाफ भारत में चल रही कानूनी कार्रवाई का असर उनकी अमेरिकी ब्रेवरी कंपनी पर भी होती दिखने लगी है। यह अमेरिकी कंपनी कैलिफोर्निया की मेंडोसिनो ब्रीविंग कंपनी इंक है, जो अपनी अंशधारक कंपनी से शुरुआती 10 लाख डॉलर के कर्ज (ब्रिज लोन) की उम्मीद कर रही थी।
लेकिन माल्या पर भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कानूनी कार्रवाई की वजह से इसका असर यूनाइटेड ब्रीवरीज होल्डिंग लिमिटेड (यूबीएचएल) और अन्य संभावित वित्तपोषण स्रोतों से वित्तपोषण हासिल करने की कंपनी की क्षमता पर पड़ता नजर आ रहा है। कंपनी ने शेयर बाजारों को दी गई नियामकीय सूचना में यह बात कही।
इस बीयर कंपनी के चेयरमैन और मेजॉरिटी शेयर होल्डर माल्या के खिलाफ भारत में कई कानूनी मामले चल रहे हैं। भारत सरकार भी सख्त कार्रवाई करने में जुटी है। इनका असर यूबीएचएल व वित्त के अन्य संभावित स्त्रोतों से फंड हासिल करने पर पड़ सकता है। अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्टेड मेंडोसिनो की ओर से यह पहली स्वीकारोक्ति है। कंपनी धन जुटाने के लिए संघर्ष कर रही है और बैंक पहले ही उसे ‘भुगतान में चूक’ यानी डिफॉल्ट का नोटिस दे चुके हैं।