रेवाड़ी । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली बीजेपी सरकार एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। मामला रेवाड़ी में गोठड़ा टप्पा गांव का है। जहां एक हफ्ते से भी ज्यादा हो जाने के बाद भी गांव की बेटियां भूखे-प्यासे अनशन पर बैठी हुई हैं। दरअसल गांव की लड़कियां पढ़ाई करने के लिए जब दूसरे गांव जाती हैं तो उन्हें मनचलों का सामना करना पड़ता है। मनचलों का खोफ छात्राओं में इस कदर है कि कई छात्राओं ने स्कूल तक जाना छोड़ दिया। बरहाल परेशान होकर छात्राओं ने इन्हीं के गांव के स्कूल को अपग्रेड कर बारहवीं तक करने की मांग की है। लेकिन खट्टर सरकार के नुमाइंदों तक इन छात्राओं की आवाज पहुंच नहीं पा रही है जिसको लेकर छात्राओं ने अनशन करने का फैसला किया है।
10 मई से अनशन पर हैं छात्राएं
छात्राओं का कहना है कि ‘स्कूल को अपग्रेड करने के लिए वे 10 मई से अनशन पर बैठी हैं लेकिन उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है’। छात्राओं का आरोप है कि चार किलोमीटर दूर जिस स्कूल में वे पढ़ाई करने जाती हैं उस रास्ते में मनचले उन्हें परेशान करते हैं। अनशन पर बैठी इन छात्राओं का कहना है कि जब तक शिक्षा मंत्री खुद आकर स्कूल अपग्रेड करने का आश्वासन नहीं देते तब तक वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगी। वही हफ्ते भर से भूखे-प्यासी अनशन पर बैठी कई छात्राओं की तबीयत काफी बिगड़ गई है। यूं तो सरकार ने छात्राओं के लिए एम्बुलेंस सेवा और सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती की है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही है। एम्बुलेंस में ना तो कोई डॉक्टर दिखाई पड़ता है और सुरक्षा के लिहाज से बात की जाए तो सिर्फ दो ही पुलिसकर्मी यहां कुर्सी पर बैठे दिखाई देते हैं। आपको बता दें कि ये वही रेवाड़ी है जहां से खुद पीएम मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरूआत की थी।
सरकार ने मानी छात्राओं की मांग
हफ्ते भर से अनशन पर बैठी छात्राओं के लिए अब खुशी की खबर आई है। यहां पहुंचे शिक्षा मंत्री ने छात्राओं की सभी मांगे मानने का ऐलान कर दिया है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा की कुछ ही समय में छात्राओं का अनशन टूट जाएगा।