हमीरपुर। उत्तर प्रदेश में जब से अवैध मौरंग खनन पर हाई कोर्ट सीबीआई की जांच के आदेश दिए है प्रदेश में खनन माफियाओं में इसका कितना असर हुआ ये तो पता नहीं पर इससे जुड़े हुए लाखों लोग बेरोज़गार ज़रूर हुए है जिनकी जीविका इसी मौरंग से जुडी हुई है। हजारों मजदूरों की रोजी रोटी के लिए भी समस्या उतपन्न हो गई। इस कार्रवाई से मजदूर तबका सड़क पर आ गया है। उनके पास किसी प्रकार का काम नहीं बचा है। आखिर वह क्या करें उनके समझ ने नहीं आता उन्हें मजदूरी के सिवा और कुछ आता भी नही है।
मामला है हमीरपुर जनपद के राठ नगर का जहां पर मौरंग खनन पर पूर्ण प्रतिबंध होने के चलते निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप चल रहे हैं। जिससे निर्माण कार्यों में मजदूरी करने वाले सैकड़ों परिवार बेरोजगार हो गए। काम बंद होने से भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके सैकड़ों मजदूरों ने कांग्रेसी नेता गोविन्द अहिरवार के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मौरंग पट्टों को जल्द शुरू करने की मांग की गयी जिससे उनकी मजदूरी शुरू हो सके। अन्यथा की स्थिति में मजदूरों को उनके भरण पोषण के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश के बाद उतपन्न हुई स्थिति से हजारों लाखों लोग आज बेरोजगारी की मार झेलने को हुए मजबूर जिसके चलते उनके खाने पीने के भी पड़ने लगे लाले उनके पास किसी प्रकार का कोई काम न होने के चलते पूरी तरह से वह बेरोजगार हो गए और सड़कों पर उतरने को मजबूर है। मजदूरों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप अपनी समस्या से अवगत कराया।
(सन्तोष चक्रवर्ती, संवाददाता)