शिमला। शिमला में बर्फबारी ने इस बार 26 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात से रविवार सुबह तक करीबन 3 फीट बर्फ रिकार्ड की गई। हालांकि भारी बर्फबारी के बाद सोमवार को शिमला में मौसम साफ रहा, लेकिन कई सड़क मार्ग अभी भी बंद रहे। ऊपरी शिमला में जगह-जगह पर कई वाहन और पर्यटक फंसे हुए हैं। प्रशासन की टीमें इन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिशे कर रही हैं। शिमला से रोहड़ू और रामपुर के हाईवे अभी तक बहाल नहीं हो पाए हैं। यहां लोकनिर्माण विभाग ने दो दर्जन मशीनरी बहाली कार्य में लगाई हुई है।
कई इलाकों में बिजली और पानी नहीं:-
राजधानी के बर्फ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली-पानी की सुविधाएं भी बहाल नहीं हो पाई है। शिमला के अधिकतर उपनगरों और गांवों में बिजली अब तक बहाल नहीं हो पाई है। बिजली के साथ पानी की किल्लत खड़ी होने से पर्यटक भी परेशान हो गए हैं। हालांकि राहत की बात रही कि राजधानी में आज यातायात छोटे वाहनों के लिए आंशिक तौर पर बहाल हो गया।
संजौली और लक्कड़ बाजार क्षेत्रों को छोड़कर शहर के अन्य भागों में वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। लेकिन कोहरा पड़ने से सड़कों व रास्तों पर फिसलन और बढ़ गई है व पैदल चलने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई सड़कों और रास्तों में बर्फ की मोदी परत को अभी तक प्रशासन ने साफ नहीं किया है। आईजीएमसी के पास बर्फ की मोटी परत से मरीजों और तीमारदारों को आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है।
बेसिक सुविधाएं बहाल करने में जुटा प्रशासन:-
इस बीच शिमला के उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि बर्फबारी के कारण जिला में प्रभावित हुई विभिन्न आवश्यक सेवाओं को नियमित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। सभी संबंधित विभागों को हर कार्य समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सभी कार्यों की नियमित रूप से निगरानी और समीक्षा की जा रही है।उपायुक्त ने बताया कि 33 केवी तारादेवी व शोघी लाईन का मुरम्मत कार्य पूर्ण कर लिया गया है।