नई दिल्ली। धर्म रक्षक सेवा समिति के तत्त्वाधान में महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी प्रणवानंद जी महाराज के नेतृत्त्व में जनजागरण यात्रा के सातवें दिन महराज श्री ने लोगों को स्वच्छ भारत, नैतिक भारत अभियान के बारे में जागरुक किया। 1 जनवरी से शुरु हुए इस जन जनगरण कार्यक्रम के सातवें दिन स्वामी जी ने लोगों को बताया कि सत्संग के माध्यम से लोगों में किस प्रकार से मानवता का विकास किया जा सकता है।
स्वामी प्रणवानंद ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को जीवन में ऐसा कोई कार्य करना चाहिये जिससे स्वाभिमान में बढोत्तरी हो सके। यदि हम ऐसा करने मे सफल रहे तो निश्चित ही समाज मे एक बडा परिवर्तन होगा। सनतन हिन्दू धर्म गौरवपूर्ण चरित्र की शिक्षा देता है, मानव मात्र के प्रति भेदभाव रहित प्रेम और सहयोग ही हिन्दूधर्म की आत्मा है।
आपको बता दें कि इस जनजागरण यात्रा की शुरुआत 1 जनवरी को माही माता स्थल से शुरु किया गया, 12 जनवरी को अनास माता के मंदिर पर स्वामी विवेकानंद के जयन्ती के अवसर पर संपन्न किया जाएगा। इस यात्रा का उद्देश्य जन जन तक सफाई को लेकर जागरुकता पहुंचाने का है। झाबुआ के पूर्व महाराजा के पुत्र युवराज कमलेन्द्र सिंह इस पदयात्रा के मुख्य आयोजक हैं। संयोजक श्री वालसिंह मसानिया तथा उनकी टीम गाँव गाँव में घूमकर व्यवस्था के लिये सक्रिय हैं।