नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर आज भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल से संसद की लोक लेखा समिति ने सवाल पूछे हैं। कांग्रेस नेता केवी थॉमस की अध्यक्षता वाली समिति ने नोटबंदी को लेकर किए गए फैसले में अरबीआई की भूमिका, इस पहल का भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर, और नोटबंदी के अब तक के दो महीने में किए गए फेरबदल के बारे मे सवाल पूछे गए हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि नोटबंदी को लेकर किया गया निर्णय आरबीआई और उसकी टीम के द्वारा ही लिया गया था। समिति ने गर्वनर से पूछा है कि नोटबंदी के दौरान जो भी निर्णय लिए गए हैं क्या आप उनसे सहमत हैं? क्या यह निर्णय कालाधन या फिर जाली नोटों को रोकने को लेकर किया गया? समिति ने इस तरह से आरबीआई गर्वनर से सवाल पूछे हैं।
- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में कहा था कि नोटबंदी का फैसला आरबीआई और इसके बोर्ड ने लिया है और सरकार ने केवल उनकी सलाह पर अमल किया है। -क्या आप इससे सहमत हैं?
- रातों-रात 500 और 1000 के नोट बंद करने के पीछे आरबीआई ने क्या तर्क पाए?
- आरबीआई के अनुसार भारत में सिर्फ 500 करोड़ रुपए की जाली करेंसी है। जीडीपी के मुकाबले भारत में नकद 12 फीसदी था, जो कि जापान (18 फीसदी) और स्विट्जरलैंड (13 फीसदी) से कम है। भारत में मौजूद नकदी में हाई वैल्यू वाले नोटों का हिस्सा 86 फीसदी था, लेकिन चीन में 90 फीसदी और अमेरिका में 81 फीसदी है। ऐसी क्या चिंताजनक स्थिति थी कि नोटबंदी का फैसला लिया गया?
- 8 नवम्बर को होने वाली आपातकालीन बैठक के लिए आरबीआई बोर्ड सदस्यों को कब नोटिस भेजा गया था? कितनी देर यह बैठक चली? नोटबंदी की सिफारिश करते हुए क्या आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि 86 प्रतिशत नकदी अवैध होगी?
- कितने समय में व्यवस्था पटरी पर लौट सकेगी? फैसले के बाद बैंकों से 10000 रुपये प्रतिदिन और 20000 रुपए प्रति सप्ताह निकासी की सीमा तय की गई। एटीएम से 2000 रुपये प्रतिदिन की सीमा तय की गई। किस कानून और शक्तियों के तहत लोगों पर अपनी ही नकदी निकालने की सीमा तय की गई?
- करेंसी नोटों की सीमा तय करने की ताकत आरबीआई को किसने दी? क्यों न आप पर मुकदमा चलाया जाए और शक्तयिं का दुरुपयोग करने के लिए पद से हटा दिया जाए?
- उस आरबीआई अधिकारी का नाम बताएं जिसने निकासी के लिए लोगों पर स्याही लगाने का विचार दिया?