नागपुर। नागपुर में तीन दिवसीय धर्म संस्कृति के दौरान एक विवादित बयान सामने आ रहा है, इस कार्यक्रम के दौरान ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने एक बयान दिया है जिसको लेकर आवाजें उठने लगी हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि हिंदुओं को अपने समुदाय को बढ़ाने के लिए दस बच्चे पैदा करने चाहिए, दो बच्चांे के नियम को भूल जाएं, आप लोग यह चिंता ना करें कि उनकी देखभाल कौन करेगा, उसके लिए भगवान है।
आपको बता दें कि नागपुर में आरएसएस के समर्थन से हिंदू बचाओ कार्यक्रम के दैारान ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य ने हिंदुओं से आह्वान किया है कि वो दो बच्चे पैदा करने वाली नीति छोड़कर अब दस बच्चे पैदा करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि आप इस बात की परवाह ना करें कि बच्चों की देखभाल कौन करेगा, इसके लिए भगवान है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय जनसंख्या नीति बनाने और गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून का पारित होना बहुत जरुरी है, आज सभी हिंदुओ की यह जिम्मेदारी है कि कि वे अपने धर्म का प्रचार प्रसार करें। यहां पर आपको बता दें कि इस विवादित बयान के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी सभा में मौजूद थे।