नई दिल्ली। आरबीआई ने आज जनता को बड़ी राहत देते हुए नोटबंदी के बाद से चल रही कैश निकासी की समस्या पर बड़ा ऐलान किया है। आरबीआई ने अपने घोषणा में कहा है कि 27 फरवरी खाते से अब 50 हजार निकाले जा सकते हैं, वहीं 13 मार्च से बचत बैंक से नकद निकासी की सीमा को समाप्त कर दी जाएगी। वहीं आरबीआई ने आज कर्ज नीति की समीक्षा पर भी ऐलान किया है, जिसमें ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
एटीएम से निकासी को लेकर कई बार किए जा चुके हैं बदलाव- आरबीआई ने कई बार लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एटीएम से कैश निकासी की सीमा में परिवर्तन किया है। इससे पहले 30 जनवरी को एटीएम से नकद निकासी की सीमा को बढ़ाते हुए सरकार ने प्रतिदिन 10 हजार से बढ़ाकर 24 हजार कर दिया था। गौरतलब है कि इससे पहले आरबीआई ने 17 जनवरी को एटीएम से निकास राशि सीमा को बढ़ाते हुए 10 हजार कर दी थी जोकि पहले 4500 रुपए थी। नोटबंदी के बाद से लगातार आरबीआई लोगों की समस्याओं को देर करने के लिए नियमों में परिवर्तन करता रहा है, नोटबंदी के बाद एटीएम से प्रतिदिन निकास की राशि 2000 थी, जिसके बाद आरबीआई ने इसे बढ़ाकर 2500 कर दिया था। नए साल पर जनता को सौगात के तौर पर निकास राशि को 2500 से बढ़ाकर 4500 किया गया था जिसके बाद 17 जनवरी को यह राशि 10 हजार कर दी। यहां गौर करने वाली बात यह है कि सरकार ने मासिक निकासी की सीमा को 24 हजार ही बरकरार रखा था।
रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव- आरबीआई ने आज कर्ज नीति की समीक्षा का भी ऐलान कर दिया है, इसमें गौर करने वाली बात यह रही है कि रेपो रेट में किसी तरह से कोई बदलाव नहीं किया गया है, आरबीआई की रेपो रेट अब भी 6.25 प्रतिशत ही बरकरार है।