उत्तराखंड

अल्मोड़ा: यहां जानें कुबेर मंदिर का इतिहास, प्रतिदिन होती है विशेष पूजा

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Nirmal Almora 1 अल्मोड़ा: यहां जानें कुबेर मंदिर का इतिहास, प्रतिदिन होती है विशेष पूजा
निर्मल उप्रेती, संवाददाता

अल्मोड़ा जनपद मुख्यालय से 35 किमी देवदार के वृक्षों की सुरम्य वादियों में स्थित जागेश्वर धाम में 7वीं शदी में स्थापित अदभुत धन के देवता कुबेर जो कि शिवलिंग के ऊपर विराजमान है।

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आदिकाल में जब भगवान शिव जागेश्वर धाम में स्थापित हुए तो कुबेर देव को भी स्थान प्राप्त हुआ और यहां पर कुबेर मंदिर जो वस्तु कला दृष्टि महत्वपूर्ण मंदिर है, लेकिन कम लोगों को ही कुबेर मंदिर की जानकारी है । यहां प्रतिदिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है । कुबेर भगवान को पीताम्बर वस्त्र से अलंकृत कर खीर का भोग लगाया जाता है और जो भी भक्त दर्शन करने के लिये आते हैं, तो उन्हें प्रसाद के रुप में पीले वस्त्र में सिक्का प्रतिष्ठा कर भक्तों को दिया जाता है । ताकि उनके घर मे धन लाभ हो सके क्योकि कुबेर देव धन के देवता हैं। इस मंदिर के पुजारी कहना है कि पूरे देश मे मात्र यह कुबेर देव का मंदिर है जहां भगवान कुबेर लिंग स्वरूप में विराजमान हैं । लेकिन मंदिर ट्रस्ट की अनदेखी के चलते इस मंदिर को पहचान नही मिल पाई है। जबकि भगवान जागेश्वर के कोषाध्यक्ष कुबेर देव हैं।

 

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