श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के पहले शिव नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। कल से शिव विवाह शिव नवरात्रि के रूप में मनाया जाएगा। पुजारी भगवान महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाएंगे।
कल से महाकाल मंदिर में होगी शिव विवाह की धूम
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के पहले शिव नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। कल से शिव विवाह शिव नवरात्रि के रूप में मनाया जाएगा। पुजारी भगवान महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाएंगे। शास्त्रों में शिव को चंदन चढ़ाने का विधान है। 9 दिनों तक पूजा के विशेष क्रम से भोग आरती और संध्या पूजा का समय बदल जाएगा।
, दूल्हे के रूप में सजेंगे महाकाल
मान्यता है कि महाकालेश्वर भगवान को हल्दी अर्पित नहीं की जाती। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी स्त्री सौंदर्य प्रसाधन में प्रयोग की जाती है और शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है। एक अन्य कारण यह भी है कि हल्दी गर्म होती है और महादेव को शीतल पदार्थ अर्पित किये जाते हैं। ऐसे में इन 9 दिनों मे बाबा महाकाल को रोज केशर, चन्दन का उबटन, सुगंधित इत्र, औषधि, फलों के रस आदि से स्नान करवाया जाता है।