अमित गोस्वामी, संवाददाता
रामवीर प्रधान हत्याकांड मामले में पुलिस की बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें हत्या करने वाले दो शूटर और तीन साजिशकर्ता शामिल हैं। इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक कार, दो मोटरसाइकिल, एक पिस्टल और दो तमंचे बरामद किए हैं।
रामवीर प्रधान हत्याकांड: 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
मथुरा: रामवीर प्रधान हत्याकांड मामले में पुलिस की बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें हत्या करने वाले दो शूटर और तीन साजिशकर्ता शामिल हैं। इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक कार, दो मोटरसाइकिल, एक पिस्टल और दो तमंचे बरामद किए हैं। बता दें कि छाता के गांव पैगाम के प्रधान रामवीर की थाना कोसीकला क्षेत्र के कोकिलावन धाम में 29 जनवरी को दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक प्रधान रामवीर कैबिनेट मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मी नारायण चौधरी का प्रस्तावक था।
पुलिस टीम को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा
रामवीर की हत्या को एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने एक चुनौती के रुप में लिया और हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमों को लगा दिया गया था। हत्याकांड के खुलासे के लिए लगी पुलिस टीम को गुरुवार को देर रात बड़ी सफलता हासिल हुई। हत्याकांड में शामिल दो शूटर्स को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली भी लगी थी। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर घटना के तीन साजिशकर्ता भी गिरफ्तार किए हैं। पकड़े गए आरोपियों में शिवम ठाकुर और मोनू जाट शूटर्स है और अमोल, रोहतास और दान सिंह हत्या के साजिशकर्ता हैं। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं एक शूटर अभी फरार है। एडीजी आगरा द्वारा हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पचास हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
21 करोड़ रुपये पाने के लिए रची हत्या की साजिश
पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड की साजिश अमोल के द्वारा की गई थी। अमोल पंचायत चुनाव में रामवीर से हार गया था। अब ग्राम पंचायत पैगाम को प्रदर्शन अनुदान के रुप में 21 करोड़ रुपये की धनराशि मिली थी जिसे अमोल प्राप्त करना चाहता था। इसी को लेकर उसने वर्तमान प्रधान रामवीर की हत्या की साजिश रच दी। उसने सोचा कि रामवीर की हत्या के बाद ग्राम पंचायत में उपचुनाव होगा और वह उपचुनाव में जीत कर ग्राम पंचायत को मिली 21 करोड़ रुपये की धनराशि को अपने तरीके से खर्च करेगा। इसी को लेकर उसने प्रधान रामवीर की हत्या करा दी। हत्याकांड का खुलासा करने के लिए कोसीकला पुलिस, सर्विलांस टीम, एसओजी, स्वॉट टीम और कई थानों की पुलिस लगी हुई थी।