इंडोनेशिया में सबसे घनी आबादी वाला द्वीप जावा में ज्वालामुखी विस्फोट की घटना के बाद मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। वही अभी तक 9 लोग लापता हैं।
यह जानकारी आपदा प्रबंधन एजेंसी के एक अधिकारी द्वारा साझा की गई है। जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया है कि सुलगते मलबे के कारण तलाशी अभियान में काफी परेशानी हो रही है। वही जावा द्वीप पर सबसे ऊंचा ज्वालामुखी फटने के बाद बचाव कर्मी सुलगते मलबे और गिरी मिट्टी से जीवित लोगों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक पूर्व जावा प्रांत के लूमागंज के जिले में सेमेरु पर्वत ने ज्वालामुखी विस्फोट से आसमान में 40000 फुट की ऊंची राख की चादर बिछ गई थी। साथ ही गैस और लावा बहते हुए निचले स्थानों में पहुंच गया।
वही भूगर्भीय सर्वेक्षण केंद्र के प्रमुख इको बुड़ी लेलोनो ज्वालामुखी विस्फोट की वजह बताते हुए कहा कि लगाता तूफान एवं भारी बारिश के कारण सेमेरु पर्वत पर ज्वालामुखी विस्फोट हुआ।
वही घनी राख के कारण इलाके के कई गांव में अंधेरे का आलम बना हुआ है सैकड़ों लोगों को अस्थमा केंद्र पहुंचाया गया है वहीं कुछ लोग खुद ही सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ज्वालामुखी के प्रकोप के कारण आसपास के निवासियों को जो अपना निवास स्थान छोड़कर आए थे उन्हें वापस ना लौटने की चेतावनी जारी की थी।